Move to Jagran APP

पुलिसिया कार्रवाई सुस्त : 14 माह में नौ एटीएम काट 52 लाख उड़ा ले गए चोर

एटीएम में चोरी की घटनाएं होने के बाद बैंक को इंश्योरेंस से रुपये आसानी से एफआइआर दर्ज होते ही मिल जाते हैं। इस कारण अपराधियों की पहचान, उसकी गिरफ्तारी में दिलचस्पी नहीं होती है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 08:45 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 10:30 AM (IST)
पुलिसिया कार्रवाई सुस्त : 14 माह में नौ एटीएम काट 52 लाख उड़ा ले गए चोर
पुलिसिया कार्रवाई सुस्त : 14 माह में नौ एटीएम काट 52 लाख उड़ा ले गए चोर

भागलपुर [जेएनएन]। शहर में एटीएम काटकर लाखों रुपये चोरी की घटना को पूरा पर्दाफाश कर पाने में पुलिस सफल नहीं हो पाई है। शहर में पुलिस ने एटीएम चोरी पर लगाम लगाने की कोशिश की तो अब चोरों ने शहरी क्षेत्र को छोड़कर एटीएम को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। दो जनवरी को जगदीशपुर इलाके में भी चोरों ने एटीएम को तोड़कर चोरी का प्रयास किया। लेकिन वे सफल नहीं हो सके। इसी तरह तीन जनवरी को नवगछिया में भी एटीएम को तोड़कर 60 हजार रुपये उड़ा लिया। अब तक भागलपुर पुलिस ने आलम नाम के अपराधी को ही इस मामले में संलिप्तता को लेकर जेल भेजा है। गिरोह के मुख्य सरगना को पकडऩे में अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है।

loksabha election banner

एक  माह में चार एटीएम काट उड़ाए करीब 51 लाख

हाल ही में 10 दिसंबर 2018 की रात चोरों ने एक ही रात दो एटीएम को गैस कटर से काट दिया था। चोरों ने मिरजानहाट एसबीआइ का एटीएम काट करीब 20 लाख और हबीबपुर चौक स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को काटकर चोरी का प्रयास किया था। इसके पूर्व नौ फरवरी 2018 को अपराधियों ने इसी तरह इशाकचक इलाके के बौंसी पुल के समीप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को गैस कटर से काटकर 26 लाख रुपये और सबौर स्थित केनरा बैंक के एटीएम से साढ़े पांच लाख रुपये उड़ा लिया था। इसमें शामिल चोरों का पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी निकाला था। किंतु समय बीतने के साथ जांच शिथिल पड़ गया। पुलिस ना ही अपराधियों की पहचान कर पाई और ना ही गिरोह का पता लगा पाई।

इंश्योरेंस मिलने के बाद बैंक भी नहीं लेती जांच में दिलचस्पी

एटीएम में चोरी की घटनाएं होने के बाद बैंक को इंश्योरेंस से रुपये आसानी से एफआइआर दर्ज होते ही मिल जाते हैं। इस कारण अपराधियों की पहचान, उसकी गिरफ्तारी या गिरोह के पकड़ाने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं होती है। इस कारण पुलिस भी इन मामलों की जांच में शिथिलता बरतती है। ऐसे में लगातार ऐसी घटनाओं की संभावना बनी रहती है।

एटीएम तोडऩे की प्रमुख घटनाएं :

तीन जनवरी 2019 : जगदीशपुर के पुरैनी बाजार में इंडीकैश का एटीएम तोड़कर चोरी का प्रयास

09 फरवरी 2018 : बौंसी रेल पुल के पास एसबीआई का एटीएम काट कर 25 लाख की चोरी

09 फरवरी 2018 : सबौर में केनरा बैंक के एटीएम को काट कर साढ़े पांच लाख चोरी

10 दिसंबर 2018 : मिरजानहाट में एसबीआइ का एटीएम काट 20 लाख की चोरी

10 दिसंबर 2018 : हबीबपुर चौक पर एटीएम काटकर चोरी का प्रयास

29 सितंबर 2018 : आदमपुर चौक पर एक्सिस बैंक का एटीएम तोड़कर करीब नौ लाख रुपये चोरी का प्रयास

25 सितंबर 2018 : बबरगंज में एसबीआई के एटीएम तोड़ 27.95 लाख रुपए चोरी का प्रयास

18 दिसंबर 2017 : अलीगंज में एक्सिस बैंक के एटीएम को तोड़ कर चोरी का प्रयास

11 दिसंबर 2017 : मिरजान में बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को तोड़ कर चोरी का प्रयास

10 मार्च 2015 : मिरजान में एसबीआई के एटीएम को तोड़ा, 20 लाख चोरी होने से बचा

13 फरवरी 2014 : तिलकामांझी में आईसीआईसीआई के एटीएम को तोड़ा

07 फरवरी 2014 : तातारपुर के आसानंदपुर में एसबीआइ एटीएम के शटर का ताला तोड़ा

07 फरवरी 14 : परबत्ती में एसबीआई के एटीएम के शटर का ताला तोड़ा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.