भागलपुर के स्वर्ण व्यवसायी से मांगी 50 लाख की रंगदारी, डिप्टी मेयर के पिता हैं स्वर्ण व्यवसायी
भागलपुर में अपराधियों के हौसले काफी बुलंद हैं। अपराधियों को किसी का भय नहीं है। शहर के जाने माने प्रतिष्ठित व्यवसायी से अपराधियों ने 50 लाख रंगदारी मांगी।
भागलपुर, जेएनएन। शहर के बड़े स्वर्ण व्यवसायी हरि ओम वर्मा से मंगलवार को अज्ञात अपराधियों ने 50 लाख की रंगदारी मांगी है। वे डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के पिता हैं। इस घटना से शहर में हड़कंप मच गया है। डिप्टी मेयर ने इसकी जानकारी तत्काल एसएसपी आशीष भारती को दी। उन्होंने सिटी डीएसपी राजवंश सिंह को जांच के लिए कहा।
हरि ओम वर्मा के निजी नंबर पर दिन में करीब एक बजे मैसेज आया कि '50 लाख दो नहीं तो दुकान समेत उड़ा दूंगा'। उन्होंने जोगसर चौकी में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध रंगदारी का केस दर्ज कराया है।
जांच के लिए घर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी होने पर कोतवाली इंस्पेक्टर अमर विश्वास, प्रशिक्षु डीएसपी गौरव मिश्रा, विपिन बिहारी, जोगसर इंचार्ज अजय कुमार अजनबी समेत अन्य व्यवसायी के घर पहुंचे। उन्होंने घटना से संबंधित सारी जानकारियां ली। पुलिस ने उनसे पुराने विवाद और किसी पर शक होने की बाबत जानकारी ली। पुलिस ने मामले में अलग अलग बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है।
तकनीकी सेल को किया गया सक्रिय
एसएसपी आशीष भारती ने मोबाइल नंबर के आधार पर अपराधी की धरपकड़ के लिए तकनीकी सेल के अफसरों को सक्रिय कर दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने मोबाइल का कॉल डिटेल, लोकेशन, धारक व अन्य जानकारियां निकाल ली हैं। लेकिन उसके पकड़ाने के बाद ही सब कुछ साफ हो पाएगा। आशंका है कि दूसरे के नाम पते का सिम अपराधी प्रयोग में ला रहे हों। जिससे मुख्य आरोपित तक पहुंचना पुलिस के लिए मुश्किल होगा।
शहर के अलावा अन्य जिलों में भी है शोरूम
हरि ओम वर्मा का सोने का बड़ा कारोबार और ज्वैलरी शॉप है। भागलपुर के अलावा उनका कोलकाता, देवघर, पूर्णिया आदि जिलों में भी ज्वैलरी शोरूम है। ऐसे में अपराधियों के निशाने पर आना कोई बड़ी बात नहीं है। शहर में भी पूर्व में भी कई बार रंगदारी की बड़ी घटनाएं हो चुकी है।
रंगदारी का मामला व्यवसायी के बयान पर दर्ज कर लिया गया है। आरोपित की पहचान के लिए सिटी डीएसपी के नेतृत्व में टीम को लगा दिया गया है। तकनीकी सेल को भी सक्रिय कर दिया गया है। जल्द ही आरोपित पकड़े जाएंगे। - आशीष भारती, एसएसपी भागलपुर