PhD rules: टीएमबीयू में पीएचडी के लिए कड़े किए नियम, वायवा और PPT में हुआ यह बदलाव
PhD rules तिमांविवि ने पीएचडी के लिए नियमों में कई बदलाव किए हैं। वायवा के समय व स्थान के लेकर भी कुछ परिवर्तन हुए हैं। पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन को किया गया अनिवार्य। कुलपति के आदेश पर परीक्षा नियंत्रक ने जारी की अधिसूचना।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) ने अब पीएचडी को पारदर्शी बनाते हुए नियमों में सख्ती का निर्देश जारी किया है। अब पीएचडी की खुली मौखिकी परीक्षा (पीएचडी वायवा) का आयोजन विभागीय हाल में ही होगी। विशेष परिस्थिति में सुविधा नहीं होने पर संबंधित विभागाध्यक्ष की अनुशंसा पर विवि के सिंडिकेट हाल में वायवा आयोजित होगी। कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के निर्देश पर परीक्षा नियंत्रक डा. अरुण कुमार सिंह ने बुधवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
परीक्षा नियंत्रक द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि अब शोधार्थियों को वायवा के समय पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन (पीपीटी) को अनिवार्य किया गया है। शोधार्थी अपने शोध को पीपीटी के माध्यम से भी दिखाएंगे। इसके अलावा विभाग के अन्य शोधार्थियों को भी वायवा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ संबंधित विषय के शिक्षकों को आमंत्रण के लिए ई-मेल द्वारा सूचना देना अनिवार्य होगा। जारी निर्देशों के बारे में परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि इसका पालन करना अनिवार्य है। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि कुलपति के आदेश को सभी पीजी विभागों के विभागाध्यक्षों और निदेशकों को भेज दिया गया है।
ग्रामीण अर्थशास्त्र में 16वें पेपर की परीक्षा 25 को
टीएमबीयू के ग्रामीण अर्थशास्त्र एवं सहकारी प्रबंधन विभाग में एमए चौथे सेमेस्टर सत्र 2017-19 के विद्यार्थियों के 16वें पेपर की परीक्षा 25 सितंबर को होगी। विभागाध्यक्ष ने बताया कि संबंधित जानकारी के लिए विद्यार्थी विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
तीन केंद्रों पर शुरू हुई बीएड की परीक्षा, कुलपति ने किया निरीक्षण
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के तीन केंद्रों पर बीएड की परीक्षा बुधवार से शुरू हो गई। टीएमबीयू द्वारा परीक्षा के लिए तीन केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें बहुद्देशीय प्रशाल, पूरनमल बाजोरिया टीचर्स ट्रेनिंग कालेज और बरारी टीचर्स ट्रेनिंंग कालेज शामिल है। कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बहुद्देशीय प्रशाल में चल रही बीएड की परीक्षाअ का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्राधीक्षक डा. विजय कुमार से परीक्षा के बारे में जानकारी ली।
कुलपति ने निर्देश दिया कि वे केंद्र पर कोरोना के नियमों का पालन कराएं। केंद्र पर शारीरिक दूरी के साथ मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से कराएं। जिससे परीक्षार्थियों में संक्रमण का खतरा ना हो। तीनों परीक्षा केंद्र पर पहले दिन बीएड की परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। कुलपति वाणिज्य विभाग में चल रहे पीएचडी वायवा के समय औचक निरीक्षण के लिए पहुंच गई। वहां शोधार्थी अनि स्मृति की मौखिक परीक्षा चल रही थी। इस दौरान बाहरी परीक्षक के रूप में केएल तांडेकर मौजूद थे। कुलपति ने सारी प्रक्रिया देखी। इस दौरान डा. वीएन तिवारी, कामर्स के विभागाध्यक्ष डा. अजय कुमार झा, डा. पवन कुमार सिन्हा, डा. जनमजय कुमार सिंंह , अवकाश प्राप्त डा. सदानंद झा, डा. रामशीष पूर्वे, विनोद कुमार वर्मा आदि उपस्थित थे।