बिहार के दिग्गज कांग्रेसी सदानंद सिंह का निधन, भागलपुर के कहलगांव से नौ बार रहे थे विधायक
Sadanand Singh passed away वरिष्ठ कांग्रेस नेता सदानंद सिंह का निधन हो गया। वे मूलत भागलपुर जिले के रहने वाले थे। कहलगांव विधानसभा से नौ बार विधायक रहे हैं। उन्हेंने एक बार बिहार विधानसभा अध्यक्ष की भी कुर्सी संभाली थी। एक बार राज्य सरकार में मंत्री थे।
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। Sadanand Singh passed away: बिहार के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सदानंद सिंह का आठ सितंबर 2021 को निधन हो गया। वे भागलपुर जिले के कहलगांव विधानसभा से वे नौ बार विधायक रहे। एक बार बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे। एक बार राज्य सरकार में मंत्री थे। वे कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। पिछले दो माह से बीमार थे। पटना के अस्पताल में भर्ती थे।
वे मूलत: भागलपुर जिले ही रहते वाले थे। कहलगांव अनुमंडल के धुआवै उनका पैतृक घर था। वर्ष 2020 तक वे कहलगांव से विधायक रहे। इसके बाद उन्होंने राजनीति से सन्यास ले ही। वर्ष 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में कहलगांव से उन्होंने अपने पुत्र शुभानंद मुकेश को कांग्रेस से टिकट दिलाया। हालांकि वे भाजपा के पवन कुमार यादव से एक लाख से ज्यादा मतोंं से पराजित हो गए।
सदानंद सिंह ने तिमांविवि से बीकाम एलएलबी तक की पढ़ाई की थी। उनकी प्रारंभिक शिक्षा कहलगांव के शारदा पाठशाला से हुई। जहां से उन्होंने मैट्रिक की थी। वे शुरू से ही कांग्रेस में रहे। भागवत झा आजाद ने इन्हें कांग्रेस में लाया था। 1969 से वे राजनीति में सक्रिय थे। पहली बार 1972 में चुनाव लड़े और विधायक बने। इसके बाद लगातार चार तक विधायक रहे। इसके बाद दो बार राजद प्रत्याशी महेश प्रसाद मंडल ने इन्हें पराजित कर दिया। दो बार हारने के बाद वे पुन: जीते। इसके बाद उन्हें जदयू प्रत्याशी अजय कुमार मंडल (भागलपुर के वर्तमान जदयू सांसद) ने इन्हें पराजित किया। इसके बाद हुए चुनाव में फिर सदानंद सिंंह बार चुनाव जीत गए।
यहां बता दें कि एक बार कांग्रेस ने सदानंद सिंह को टिकट नहीं दिया। इस कारण वे निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते। हालांकि चुनाव जीतने के बाद सदानंद सिंंह फिर से कांग्रेस में जुड़ गए। वर्ष 1977 में कांग्रेस के प्रति पूरे देश में आक्रोश था। इसके बावजूद भी वे कहलगांव के चुनाव नहींं हारे थे। उनके निधन से हर वर्ग व पार्टी के लागों ने शोक जताया था। वे जन-जन के नेता थे।
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