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22 और 23 मई को करें आप यह व्रत, भगवान आपकी हर इच्‍छा को करेंगे पूर्ण, जानिए... क्‍या है खास

मोहिनी एकादशी 2021 Vaishakh month Shukla Paksha Ekadashi - वर्ष 2021 में मई माह में दो दिन (कल और परसों) खास हैं। ये दिन भगवान विष्‍ण को समर्पित है। व्रत करने से भगवान आपकी हर इच्‍छा पूर्ण करेंगे। भगवान ने इसी दिन मोहिनी रूप का अवतार लिया था।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Thu, 20 May 2021 06:10 AM (IST)Updated: Fri, 21 May 2021 08:39 PM (IST)
22 और 23 मई को करें आप यह व्रत, भगवान आपकी हर इच्‍छा को करेंगे पूर्ण, जानिए... क्‍या है खास
मोहिनी एकादशी 2021: 22 और 23 मई 2021 धार्मिक दृष्टि से महत्‍वपूर्ण दिन है।

भागलपुर, ऑनलाइन डेस्‍क। मोहिनी एकादशी 2021: वर्ष 2021 के मई माह में दो दिन काफी खास है। यह दिन कल और परसों आ रहा है। 22 और 23 मई, दिन शनिवार और रविवार। इस दिन अगर आप व्रत करते हैं तो भगवान आपकी हर इच्‍छा पूरी करेंगे। यह दोनों दिन भगवान विष्‍णु को समर्पित है। अभी वैशाख माह चल रहा है। वैशाख माह के शुक्‍ल पक्ष के इस एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है। 22 मई को एकादशी ‍त‍िथि प्रारंभ हो जाएगी। भगवान हर किसी की इच्‍छा इस दिन पूरी करते हैं। 22 मई को  एकादशी तिथि सुबह 9:15 से शुरू  होकर 23 मई के सुबह 6:42 तक है। पारण का समय 23 मई के दोपहर एक बजकर 40 मिनट से शुरू होकर शाम 4 बजकर 25 मिनट तक है। पारण‍ तिथि के दिन हरिवासर समाप्‍त होने का समय सुबह 11 बजकर 56 मिनट है।

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मोहिनी एकादशी के दिन भगवान‍ विष्‍णु ने समुद्र मंथन से निकले अमृत कलश को बचाने के लिए मोहिनी रूप धारण किया था। इस दिन उपवास रखने से पुण्‍य फल की प्राप्ति होती है। एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि को किया जाता है।

व्रती को दशमी तिथि के दिन एक बार सात्‍वि‍क भोजन करना चाहिए। मन से भोग विलास की भावना त्‍यागकर भगवान विष्‍णु का स्‍मरण करना चाहिए। एकादशी के दिन सूर्योदय काल में स्‍नान करके व्रत का संकल्‍प करना चाहिए। षोडषोपचार सहित भगवान श्री विष्‍णु की पूजा करनी चाहिए। भगवत कथा का पाठ करना चाहिए।

हिंदू पंचाग के अनुसार हर साल 24 एकादशियां आतीं है। इन सभी एकादशी तिथियों में मोहिनी एकादशी का विशेष महत्‍व बताया गया है। एकादशी व्रत का वर्णन महाभारत काल में भी मिलता है। भगवान श्रीकृष्‍ण के कहने पर धर्मराज युद्धिष्ठिर ने एकादशी का व्रत विधिपूर्वक पूर्ण किया था। उन्‍होंने स्‍वयं युद्धिष्ठिर और अर्जुन को एकादशी के महत्‍व के बारे में बताया था। मोहिनी एकादशी का व्रत विधिपूर्वक करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होतीं हैं और जीवन में आने वाली समस्‍याओं से मुक्ति मिलती है।

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हिंदू धर्म में एकादशी का काफी महत्‍व है

हिंदू धर्म में एकादशी का काफी महत्‍व है। काफी संख्‍या में महिला-पुरुष यह व्रत करते हैं। गंगा स्‍नान करने की भी इस दिन काफी पुरानी परंपरा है। गंगा पूजन और दान करने का भी विधान है। लोग कथा श्रवण करते हैं। उपवास में रहते हैं। हमेशा भगवान विष्‍णु को स्‍मरण करने उनके मंत्र को जपते रहते हैं।


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