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भागलपुर के विक्रमशिला सेतु पर भयंकर हादसा, ट्रक ने बाइक सवार को रौंदा, दंपती की मौत

Road Accident Bhagalpur बाइक चला रहा लड्डू धामा गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। खरीक बाजार निवासी चंदू धामा और उसकी पत्नी रीता देवी की मौत इस घटना में हो गई है। इस घटना के बाद रोष है। स्‍वजन सदमे में है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 11:47 AM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 11:47 AM (IST)
भागलपुर के विक्रमशिला सेतु पर भयंकर हादसा, ट्रक ने बाइक सवार को रौंदा, दंपती की मौत
विक्रमशिला पुल पर सड़क दुर्घटना से दो की मौत।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। परवत्ता थाना क्षेत्र के विक्रमशिला सेतु पर अज्ञात ट्रक की चपेट में आकर बाइक सवार दंपती की मौत हो गई। हादसे में बाइक चलाने वाला लड्डू धामा गम्भीर रूप से जख्मी हुआ है। हादसे में मरने वालों में खरीक बाजार निवासी चंदू धामा और उसकी पत्नी रीता देवी शामिल हैं। जख्मी लड्डू चंदू का चचेरा भाई है। उसे जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसा विक्रमशिला पुल के पाया नंबर 36 के पास हुआ। चंदू धामा (55) और उसकी पत्नी रीता देवी (45) बाइक से लड्डू धामा के साथ कचहरी चौक स्थित एक गिरजाघर में प्रार्थना करने के लिये जा रहे थे।

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मोटरसाइकिल लड्डू धामा चला रहा था जबकि चंदू धामा और रीता देवी मोटरसाइकिल पर सवार थे। बीच पुल के पास भागलपुर की तरफ जा रहे एक ट्रक ने मोटरसाइकिल में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। धक्का लगने के बाद चंदू और उसकी पत्नी रीता देवी पुल पर गिरकर ट्रक के पहिये के नीचे आ गये जबकि लड्डू पुल की रेङ्क्षलग से जा टकराया। स्वजनों ने बताया कि चंदू धामा का पूरा परिवार शहद उतारने के धंधे सके जुड़ा है। लाकडाउन के बाद पहली बार भागलपुर प्रार्थना सभा में जा रहे थे। इधर परवत्ता पुलिस मौके पर पहुंच शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया।

सात बच्चों के सर से उठ गया मां-बाप का साया

चंदू धामा और उसकी पत्नी रीता धामा की मौत ने सात बच्चों के सर से अचानक मां-बाप साया छीन लिया। दोनों अपने पीछे रधु धामा, कुंदन धाम, विक्की, विशाल कुल चार पुत्र और तीन पुत्रियां प्रीति, अर्चना और आसिया को पीछे छोड़ गए हैं। कुंदन ने बताया कि अचानक उसकी दुनियां ही उजड़ गई। सिर से मां - बाप का सहारा छिन जाएगा,उसने ऐसा सोचा भी नहीं था। इधर चंदू धामा की मां चिमनी देवी का रो - रो कर बुरा हाल है। पुत्र और बहू के शव पर विलाप कर खुद के जिंदा रहने को लेकर कोस रही थी। क्या यही दिन दिखाने के लिये परमेश्वर ने उन्हें जीवित रखा था।


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