Health Benefits of Yoga: कैसे बढ़ाएं शरीर में ऑक्सीजन व Immunity, TOB के वेबिनार में योगाचार्य ने दी महत्वपूर्ण जानकारी, जानिए
Health Benefits of Yoga टीचर्स ऑफ बिहार-द चेंज मेकर्स (Teachers of Bihar-The change makers) ने ऑनलाइन परिचर्चा लेट्स टॉक आयोजित किया। जिसमें रोग प्रतिरोक्षक क्षमता और ऑक्सीजन कैसे बढ़ाएं पर योगाचार्य मुकेश कुमार ने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी।
भागलपुर, ऑनलाइन डेस्क। Health Benefits of Yoga: योग रखे निरोग, यह मंत्र को पूरी दुनिया अब समझ चुकी है। वैश्विक पटल पर योग के प्रचार-प्रसार में सत्यम योग दर्शन सेवा आश्रम के संस्थापक योगाचार्य मुकेश कुमार का बड़ा योगदान है। योग गुरु मुकेश कुमार ने कोरोना संक्रमण के इस दौर में लाभ पहुंचाने वाले कुछ योग और आसनों के बारे विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि ये कोई दवा या इलाज नहीं हैं। इनका नियमित अभ्यास से ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायी जा सकती है। ऑक्सीजन की भी मात्रा शरीर में बढ़ेगी। जिससे कोरोना सहित अनय बीमारियों से हमें राहत मिलेगी।
कैसे रखें स्वस्थ जीवनशैली
योगाचार्य मुकेश कुमार ने कहा कि इस विकट घड़ी (कोरोना काल) में सबसे अहम बात यह है कि आप अपने आप को फिट रखें, तंदुरुस्त रखें, सकारात्मक सोचें और अपना मनोबल बढ़ाएं। उन्होंने लोगों से अपील की कि शारीरिक दूरी का पालन करें। मास्क लगाएं। सरकार और जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन योग, आसान, प्राणायाम, व्यायाम और साधना करें। सुबह अगर संभव नहीं है तो शाम में योग करें। सुबह और शाम दोनों समय अगर संभव नहीं है तो खाना खाने के साढ़े तीन घंटा बाद योग करें। लेकिन योग जरुर करें। सुबह का योग अति उत्तम, शाम का उत्तम होता है। उन्होंने इस कोरोना काल में सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, कटिचक्रासन और तिर्यक भुजंगासन करने की सलाह दी। इसके अलावा भी अन्य अन्य योग, आसन और प्राणायाम की जानकारी उन्होंने दी।
प्राणायाम के पहले उदर श्वसन करें। 15 मिनट प्रतिदिन लेटकर उदर श्वसन करें, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी। साथ ही 15 मिनट अपने श्वांस पर एकाग्रता बनाएं और अनुचिंतन करें कि मैं स्वस्थ हूं, मेरे शरीर के कण-कण में स्वास्थ्य का संचार हो रहा है। मैं शक्तिशाली हूं, मेरे शरीर के कण-कण में शक्ति का संचार हो रहा है। मैं सुंदर हूं, मेरे मेरे शरीर के कण-कण में सुंदरता का संचार हो रहा है। मैं प्रसन्न हूं, मेरे शरीर के कण-कण में प्रसन्न्ता का संचार हो रहा है। इन पंक्ति को बार-बार दुहाराना है और श्वांस पर ध्यान रखना है। अपने आपको साकारात्मक बनाए रखें। प्राणायाम में नाड़ीशोधन, कपालभांति क्रिया, अनुलोम-विलोम और भ्रांमरी प्राणायाम का अभ्यास करें। उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि गर्भवती महिलाओं को कपालभांति क्रिया वर्जित है। जिनको ग्रीवादंश (Cervical) हो, वो भी कपालभांति नहीं करें। उन्होंने सलाह दी कि सात वर्ष से 80 वर्ष तक के महिला-पुरुष योग करके खुद को निरोग रख सकते हैं।
योगाचार्य मुकेश कुमार ने कहा कि 'खाने को आधा करो, पीने (जल) को करो दोगुणा, घूमना करो तिगुणा और हंसने को करो चार गुणा। यह याद है आवाद, भूल गए तो बर्बाद।' उन्होंने शाकाहारी भोजन करने की सभी को सलाह दी। उन्होंने कहा कि सलाद, हरी सब्जी, दाल, दूध और फल से ज्यादा से ज्यादा करें।
ऑक्सीजन बढ़ाने में सहायक
शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए उदर श्वसन, वक्ष श्वसन और अनुलोम विलोम का अभ्यास करें। साथ ही फेफड़े को शुद्ध, स्वस्थ और लचीला रखने के लिए कपालभांति क्रिया करें। साथ में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अमृता (गिलोय) और हल्दी दूध का सेवन करें। तुलसी के 10 पत्ते को खाली पेट सेवन करें। उन्होंने सूर्यनमस्कार को सबसे बेहतर बताया।
उक्त बातें योगाचार्य मुकेश कुमार ने टीचर्स ऑफ बिहार-द चेंज मेकर्स (Teachers of Bihar-The change makers) ऑनलाइन कार्यक्रम में बताई। यहां बता दें कि योगाचार्य मुकेश कुमार बांका जिले के बौंसी के रहने वाल हैं। उनका पैतृक गांव गोड़धुआ (बौंसी) में है। बौंसी के गुरुधाम में भी उनका घर है। वे भारत सरकार के आयुष मंत्रालय से भी जुड़े हुए हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर रविवार को टीचर्स ऑफ बिहार (टीओबी) ने ऑनलाइन परिचर्चा 'लेट्स टॉक' आयोजित किया। इसमें बतौर अतिथि सत्यम योग दर्शन सेवा आश्रम के संस्थापक योगाचार्य मुकेश कुमार ने भाग लिया। वहीं, मनोवैज्ञानिक डॉक्टर बिंदा सिंह और यूनिसेफ बिहार के आपदा प्रबंधन ऑफिसर बंकू बिहारी सरकार ने भी परिचर्चा में हिस्सा लिया। लेट्स टॉक को नम्रता मिश्रा और मृत्युंजयम आर्या मॉडरेट कर रहे थे। तीन क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञों ने इसमें भाग लिया और अपने-अपने क्षेत्रों से जुड़ी आवश्यक जानकारी साझा किए।
डॉ बिंदा सिंह ने खानपान एवं नकारात्मक सोच से बाहर रहते हुए तनाव को दूर रख कर सामाजिक दायित्वों पर प्रकाश डाला। बंकू बिहारी ने डब्ल्यूएचओ के दिशा निर्देश का पालन करते हुए बार-बार साबुन से हाथों को धोना, मास्क का प्रयोग करना एवं घर से बाहर निकलते वक्त साथ में सैनिटाइजर का छोटा शीशी पास रखने की बात कही। अच्छी आदतों को अपने दैनिक जीवन में शामिल कर इस महामारी से बचा जा सकता है। कोरोना वायरस का संक्रमण फेफड़ों को कमजोर कर देता है। इसलिए इम्युनिटी पावर बढ़ाना जरूरी है। वहीं फेफड़ों को सुरक्षित और मजबूत बनाए रखना भी जरूरी है। शरीर के भीतर का ऑक्सीजन लेवल बेहतर रहे, इसका ध्यान रखना काफी जरुरी है। ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर सबसे जल्दी और सबसे बुरा असर रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। इस स्थित में कोई भी वायरस और जीवाणु हमारे शरीर पर जल्दी हावी हो जाता है।
भागलपुर से जुड़ी मध्य विद्यालय बलुआचक (जगदीशपुर प्रखंड) की शिक्षिका खुशबू कुमारी (Teachers of Bihar-The change makers के भागलपुर District Mentor) ने अन्य गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना के संक्रमण काल में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने का कार्य जारी है। टीचर्स ऑफ बिहार (TOB) ने स्कूल ऑन मोबाइल (SOM) के जरिए कई शिक्षक इस कार्य में लगे हुए हैं। जिसे इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है।
Teachers of Bihar-The change makers (TOB) के फाउंडर शिव कुमार हैं। वे लगातार पूरे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनके ही मार्गदर्शन में सभी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। शिव कुमार प्राथमिक विद्यालय अराप, बिक्रम पटना के शिक्षक हैं। शिव कुमार ने सत्यम योग दर्शन के संस्थापक योग गुरु योगाचार्य मुकेश कुमार को इस कार्यक्रम में भाग लेने पर उन्हें बधाई दी है।
टीओबी के कार्यक्रम को सफल बनाने में शिवेंद्र सुमन, सत्यनारायण साह, खुशबू कुमारी, नम्रता कुमारी, मुदीत कुमार, विजय सिंह, रूबी कुमारी, उमाकांत कुमार, रोमा कुमारी, ज्याति कुमारी, सुमोना रिंकू घोष, कुमारी साक्षी, शशिधर उज्जवल, मृत्युंजयम आर्या, रश्मि चौधरी, राकेश कुमार रंजन, कविता कुमारी, केशव और रंजेश कुमार आदि लगे हुए हैं।