Women's Day 2021 : आज महिला पुलिस कर्मी संभालेंगी बांका जेल की सुरक्षा व्यवस्था, इस तरह की गई है तैयार
Womens Day 2021 महिला दिवस के मौके पर आज बांका जेल की सुरक्षा व्यवस्था महिला कर्मियों के जिम्मे होगी। इस दिवस को खास बनाने के लिए एवं महिलाओं को उचित सम्मान देने के लिए मंडल कारा में एक अनूठी पहल की शुरुआत हो रही है।
जागरण संवाददाता, बांका। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सोमवार को जेल प्रशासन एक नवाचार की शुरूआत करेंगे। मौके पर एक सत्र के जेल गेट के बाहर से लेकर भीतर तक की सभी सुरक्षा की जिम्मेदारी महिला पुलिस कर्मी संभालेंगी। इसमें सुबह छह से 12 बजे तक पूरा जेल महिला सिपाही की निगरानी में रहेगी।
महिलाओं का एक शक्ति प्रदर्शन होगा। इस दिवस को खास बनाने के लिए एवं महिलाओं को उचित सम्मान देने के लिए मंडल कारा में एक अनूठी पहल की शुरुआत हो रही है। जेल अधीक्षक सुजीत राय ने बताया कि सोमवार को जेल के पहली दफा यानि सुबह छह से 12 बजे तक की जिम्मेदारी महिला कक्षपाल को देंगे। इसको लेकर रविवार को महिला उच्च कक्षपाल व सभी कार्यरत महिला कक्षपालों को महिला दिवस पर जेल के संचालन से संबंधित जानकारी दी गई।
इस दौरान जेल उपाधीक्षक निर्मल कुमार प्रभात, उच्च कक्षपाल संजय ङ्क्षसह, उच्च महिला कक्षपाल रीता देवी, जयश्री कुमारी, शाहनाज बेगम, प्रीति कुमारी, अंजुला कुमारी, मोनी कुमारी, रीतू कुमारी,ममता कुमारी सहित सभी जेल कर्मी उपस्थित थे। इस दौरान पुरुष सिपाहियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। महिला दिवस के अवसर पर उच्च कक्षपाल रीता देवी को हवलदार की जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ आधा दर्जन महिला कक्षपाल रहेंगी। इनकी जिम्मेदारी बाहरी सुरक्षा व जेल संचालन के प्रमुख कार्य को संपादित करना होगा। इसमें पुरुषों का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। आम तौर पर जेल गेट से लेकर अंदरूनी गेट की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुरुष सिपाही द्वारा किया जाता है। जेल में लगभग सात सौ बंदी है। इसमें कुछ महिला बंदी भी है। इन सभी को संभालने के लिए पुरुष सिपाही के साथ-साथ महिला सिपाही की तैनाती की जाती है।
परिवार, समाज व देश को समृद्ध बनाने में महिलाओं का अहम योगदान
जेल अधीक्षक सुजीत कुमार राय ने बताया कि एक परिवार, समाज व देश को समृद्ध बनाने में महिलाओं का योगदान किसी से कम नहीं है। जेल में ही कई ऐसी महिला जवान आयी हैं, जिनका संघर्ष काफी बड़ा रहा है। आज न केवल सरकारी सेवा के माध्यम से देश की सेवा कर रही है। बल्कि अपने परिवार व समाज का नाम भी रोशन कर रही है। इन महिला कर्मियों ने समाज की विकृत मानसिकता पर भी चोट दिया है। इसलिए वे महिला दिवस पर महिला कर्मियों को विशेष जिम्मेदारी देकर सम्मान देने की छोटी सी पहल शुरू कर रहे हैं।