मौसम अनुकूल खेती के उपरामा मॉडल को मिलेगा विस्तार, आसपास के इलाके के किसानों को दी जाएगी जानकारी, जानिए क्या है मामला
बांका के उपरामा के मौसम अनुकूल खेती को अब जिले के आसपास के इलाकों में भी किसान अपनाएंगे। इसके लिए उन्हें प्रेरित करने का काम शुरू हो गया है। इसके लिए उपरामा में दो मार्च को एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।
जागरण संवाददाता, बांका। राज्य स्तर पर मॉडल बन चुके उपरामा में हो रहे मौसम अनुकूल खेती का अब विस्तार अब जिले के अन्य प्रखंडों में भी होगा। यहां पर रजौन के आसपास के इलाकों में इसी आधार पर खेती की जाएगी। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है।
इसी को ध्यान में रखते हुए दो मार्च को उपरामा में प्रक्षेत्र दिवस मनाया जाएगा। इसमें बिहार कृषि विश्वविद्यायल के कुलपति डॉ. आरके सोहाने और बांका के डीएम सुहर्ष भगत शिरकत करेंगे। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है।
नई तकनीक से अवगत होंगे किसान
कृषि विज्ञान केंद्र के मृदा विज्ञानी संजय कुमार मंडल और शस्य विज्ञानी डॉ. रघुवर साहू ने बताया कि प्रक्षेत्र दिवस के मौके पर कई तरह के कार्यक्रम उपरामा में आयोजित किए जाएंगे। सबसे अहम कार्यक्रम किसानों को नई तकनीक से अवगत कराना होगा। इसके तहत लेजर लैंड लेवलर, हैप्पी सीडर, जीरो टिलेज सहित अन्य तकनीक के बारे में बताया जाएगा।
सूक्ष्म ङ्क्षसचाई पद्धती को भी अपना रहे किसान
यहां के किसान मौसम अनुकूल खेती के साथ-साथ सूक्ष्म सिंचाई पद्धति को भी अपना रहे हैं। इसके तहत यहां पर करीब एक दर्जन किसानों ने अपनी जमीन पर मिनी स्प्रिंकलर और ड्रिप एरिगेशन लगवाया है। इससे ना केवल पानी की बचत हो रही है। बल्कि बेहतर पैदावार भी हो रहा है।
केविके कर रहा तकनीकी सहयोग
मौसम अनुकूल खेती में किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए केविक के विज्ञानी हमेशा किसानों के संपर्क में रहते हैं। साथ ही उन्नत बीज आदि भी उपलब्ध कराते हैं। इसी का परिणाम है कि यहां के युवा भी तेजी से खेती किसानी से जुड़ रहे हैं।
दो मार्च को उपरामा में प्रक्षेत्र दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर आस-पास के इलाके के किसानों को मौसम अनुकूल खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। ताकि वे भी इस माध्यम से खेती कर अपनी आय बढ़ा सके। -डॉ. आरके सोहाने, कुलपति, बीएयू।