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अब मशरूम उत्पादन का हब बनेगा बांका,इस तरह उद्यान विभाग किसानों को कर रहा तैयार

शहद के साथ साथ बांका अब मशरूम उत्‍पादन का भी हब बनेगा इसके लिए उद़यान विभाग की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है। साथ ही किसानों को 90 फीसद अनुदान पर मशरूम कीट उपलबध्‍ कराया जा रहा है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 03:56 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 03:56 PM (IST)
अब मशरूम उत्पादन का हब बनेगा बांका,इस तरह उद्यान विभाग किसानों को कर रहा तैयार
रजौन के कठौन गांव में मशरूम कीट का वितरण करते प्रखंड उद़यान पदाधिकारी सूरज पांडेय।

जागरण संवाददाता, बांका। जिले के किसान मशरूम की खेती कर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। जिस तरह से बाजार में मशरूम की मांग बढ़ रही है। उस हिसाब से उत्पादन नहीं हो पा रहा है। मशरूम की खेती कम लागत से शुरू की जा सकती है। इधर, मशरूम उत्पादन को बढावा देने के लिए विभाग द्वारा मशरूम किट पर 90 फीसद का अनुदान दिया जा रहा है।

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प्रखंड उद्यान पदाधिकारी सूरज कुमार ने बताया कि मशरूम की खेती काफी आसन और कम लागत से शुरु की जा सकती है। इसका उत्पादन 20 से 25 दिनों में शुरु हो जाती है। मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत किसानों को मशरूम कीट 90 फीसद अनुदान पर दिया जा रहा है। विभाग के अनुसार एक बैग की कीमत 60 रुपये है। इस पर सरकार द्वारा 54 रुपये का अनुदान दिया जाता है। जबकि दो फीसद सिक्योरिटी मनी के रूप में जमा लिया जा रहा है। बैग लेते समय किसानों को प्रति बैग 11 रुपये 40 पैसे के दर से डीलर को भुगतान करना है। इसके बाद पांच रुपये 40 पैसे प्रति बैग की दर से राशि किसानों के खाते में लौटा दी जाएगी। इसमें एक किसान अधिकतम दो सौ एवं न्यूनतम सौ बैग अनुदानित दर पर ले सकते हैं।

इन कागजातों के साथ करें आवेदन

मशरूम की खेती करने के इच्छुक किसान विभाग के साइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन करते समय किसानों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, किसान पंजियन, बैंक पासबुक, आधार कार्ड को लगाना है। इसके बाद विभागीय प्रकिया पूरी होने के बाद किसानों को मशरुम किट दिया जाएगा।

जिले में मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत जिले में 25 हजार मशरुम किट का वितरण किया जना है। इसके लिए किसानों से आवेदन मांगे जा रहे है। इसपर विभाग द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है। -डॉ. अमृता कुमारी, सहायक निदेशक उद्यान।


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