शहर के छह चौराहे बनेंगे जंक्शन
भागलपुर। स्मार्ट सिटी की योजना के तहत शहर के छह चौराहों को जंक्शन बनाया जाएगा। इन चौरा
भागलपुर। स्मार्ट सिटी की योजना के तहत शहर के छह चौराहों को जंक्शन बनाया जाएगा। इन चौराहों पर ऑटोमैटिक सिग्नल लगाए जाएंगे। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी होंगी। इससे जाम की समस्या से निजात मिलेगी। यह जानकारी भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के नवनियुक्त सीईओ संजीत कुमार पांडेय ने मंगलवार को दी। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह में कुछ बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य होगा।
उन्होंने कहा कि सैंडिस कंपाउंड में 30 छोटी-बड़ी योजनाओं पर कार्य चल रहा है। इनमें से 10 से 12 कार्यों को 31 मार्च तक संवेदक को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। वहीं टाउन हॉल के पुराने भवन को तोड़ने के लिए निविदा निकाली गई है। 15 दिनों में भवन तोड़ने का कार्य शुरू होगी। इसके साथ आधुनिक टाउन हॉल के नए भवन निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
100 बेड के नाइट शेल्टर भवन का होगा निर्माण
मायागंज अस्पताल के समीप 100 बेड के नाइट शेल्टर भवन का निर्माण होगा। इसकी वित्तीय बिड एक सप्ताह में खोली जाएगी। इस प्रक्रिया के बाद निर्माण एजेंसी का चयन किया जाएगा। शहर में रिवर फ्रंट की योजना पर नमामि गंगे योजना से भी कार्य हो रहा है। किस योजना से कार्य होगा इस पर जिला प्रशासन निर्णय लेगा। शहर के पांच सरकारी स्कूलों को मॉडल बनाया जाएगा। इसके लिए जिला स्कूल, मोक्षदा, गर्वेमेंट गर्ल्स इंटर स्कूल साहो साहुनी व झुनझुनवाला आदि स्कूलों का सर्वे किया गया है। स्कूलों का जीणोद्धार कार्य व रंगाई आदि सुविधाओं पर कार्य होगा।
इन चौराहों का होगा विकास
शहर में जाम की समस्या के लिए छह प्रमुख चौराहों पर जंक्शन बनाया जाएगा। इसके लिए तिलकामांझी चौक, घूरन पीर बाबा चौक, घंटाघर चौक, खलीफाबाग चौक व खलीफाबाग चौक को विकसित करने की योजना है। इन चौरोहों पर आधारभूत संरचना के साथ ऑटोमैटिक सिग्नल लगाए जाएंगे, ताकि अधिक देर तक ट्रैफिक जाम हो तो ऑटोमैटिक ग्रीन सिग्नल जलता रहे। चौराहे पर फुटपाथ, लैंड स्केपिग, वेंडिग जोन, लोगों के बैठने के लिए स्टील फर्नीचर व नाइट लाइट की सुविधा रहेगी।
स्मार्ट सड़कों की बाधा होगी दूर
शहर में 18 किलोमीटर स्मार्ट सड़क के लिए 12 सड़कों का चयन किया गया है। इनमें से कई सड़कें पथ निर्माण विभाग की हैं। नगर निगम ने अपनी सड़कों की एनओसी दी है। स्मार्ट सिटी की निविदा अगस्त माह में निकाली गई थी, लेकिन पथ निर्माण विभाग से एनओसी नहीं मिल पाई है। इसको लेकर डीएम की अध्यक्षता में आरसीडी समेत विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बैठक होगी। इसमें निदान बाद कार्य शुरू होगा।