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पंचायत चुनाव भागलपुर : चुनाव से वंचित हो सकते हैं दो दर्जन मुखिया व वार्ड पार्षद, जानिए... वजह

भागलपुर में इस बार कई मुखिया चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। दो दर्जन पंचायतों के 75 वार्डों में नहीं पहुंच पाया हर घर नल का जल। 75 वार्ड सदस्य भी रोके जा सकते हैं चुनाव लडऩे से। 28 तक कार्य पूरा कराने का निर्देश छह दिनों में कितना हो पाएगा काम।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 09:05 AM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 01:57 PM (IST)
पंचायत चुनाव भागलपुर : चुनाव से वंचित हो सकते हैं दो दर्जन मुखिया व वार्ड पार्षद, जानिए... वजह
हर घर नल का जल योजना में लापरवाही।

जागरण संवाददाता, भागलपुर।  जिले की दो दर्जन पंचायतों के 75 वार्डों में हर घर नल का जल नहीं पहुंच पाया है। जिला प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद कई जगहों पर कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है। 28 फरवरी तक कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया गया है। छह दिनों में नल-जल का कार्य पूर्ण जाएगा, ऐसा लगता नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना की अनदेखी करने वाले दो दर्जन मुखिया को पंचायत चुनाव लडऩे से रोका जा सकता है। 75 वार्ड सदस्यों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। वार्ड सदस्‍य भी इस बार चुनाव से वंचित रह सकते हैं। इन्हें चुनाव लडऩे पर पाबंदी लगाई जा सकती है।

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मुखिया व वार्ड पार्षदों की तैयार हो रही सूची

पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीना के निर्देश पर ऐसी पंचायत व वार्डों की सूची तैयार होने लगी है। उन्होंने जिला पंचायती राज पदाधिकारी से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है। 28 फरवरी तक अगर कार्य पूरा नहीं हुआ तो दो दर्जन मुखिया के चुनाव लडऩे पर संकट उत्पन्न हो जाएगा। अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर पंचायत, मुखिया और वार्ड सदस्यों की सूची तैयार होने लगी है। काम पूरा नहीं होने के कारण का भी पता लगाया जा रहा है।

1376 वार्डों में पंचायत को कराना था काम

जिले में 3120 वार्डों में से 1376 वार्डों में वार्ड क्रियान्वयन समिति के द्वारा हर घर नल का जल का कार्य कराना था। शेष वार्डों में पीएचईडी विभाग को काम कराना था। 2019 में तत्कालीन पंचायती राज पदाधिकारी राजेश कुमार के कार्यकाल में कार्य शुरू हुआ। ट्रांसफर होने के बाद डीआरडीए निदेशक प्रमोद कुमार पांडेय को प्रभार दिया गया। उनके कार्यकाल में विधानसभा चुनाव के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नल-जल योजना का उद्घाटन किया। अब डिप्टी कलक्टर त्रिलोकी नाम सिंह को जिला पंचायती राज पदाधिकारी बनाया गया है। नल-जल का कार्य पूर्ण कराने के लिए कई बार बीडीओ को निर्देशित किया गया। कार्रवाई की धमकी दी गई, लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात वाली है। पीएचईडी विभाग की भी स्थिति दो दिन में चले ढाई कोस वाली है। लेकिन विभाग शतप्रतिशत कार्य पूरा होने का दावा कर रहा है।

काम की जिम्मेदारी तीन विभागों की

1376 वार्डों में पंचायती राज, 1744 वार्डों में पीएचईडी और नगर निगम, नगर परिषद व नगर पंचायत में नगर विकास विभाग को हर घर नल का जल योजना का काम कराना था। कहलगांव के श्यामपुर, ओरियप, बिहपुर के बिहपुर दक्षिण, लत्तीपुर उत्तर, बभनगाम सहित सुल्तानगंज व कहलगांव की कई पंचायतों में कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। 2020 में ही पूर्ण हो जाना था। पीएचइडी मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा है कि अब नल-जल योजना के लिए समय नहीं दिया जाएगा। देरी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।


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