Smart City Bhagalpur : शहर में 11.41 किलोमीटर स्मार्ट सड़क का निर्माण होगा, जानिए
Smart City Bhagalpur 18 अलग-अलग पथों का एनआइटी पटना तैयार कर रहा नक्शा। सेल्टर होम के लिए स्वास्थ्य विभाग से नहीं मिला है एनओसी। कुछ पथों का पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता द्वारा एनओसी नहीं दिए जाने के कारण कार्य कराने में विलंब हो रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर में 11.41 किलोमीटर स्मार्ट सड़क का निर्माण होगा। इसके लिए 18 अलग-अलग सड़कों का चयन किया गया है। चिन्हित सभी 18 सड़कों के निर्माण कार्य से संबंधित ड्राइंग का कार्य एनआइटी पटना के द्वारा किया जा रहा है। डीएम ने पटना में कैंप कराकर कार्य को तेजी से पूरा कराने का निर्देश दिया हे। इन 18 सड़कों के निर्माण के साथ-साथ फुटपाथ, वेंडिंग जोन, लेंडरकेपिंग, स्ट्रीट फर्नीचर, ड्रेन यूटिलिटी डक्ट्स, नाइट लाइटिंग का कार्य भी कराया जाएगा। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने डीएम को बताया है कि कुछ पथों का पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता द्वारा एनओसी नहीं दिए जाने के कारण कार्य कराने में विलंब हो रहा है। डीएम ने नगर आयुक्त को पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता से समन्वय स्थापित कर अनापत्ति प्राप्त करें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी चिन्हित पथों का इस प्रकार कार्य कराएं कि किसी भी कार्य का दोहराव नहीं हो।
पूरी जानकारी के बाद टूटेगा टाउन हॉल
पुराने टाउन हॉल को तोड़कर नए वातानुकूलित भवन का निर्माण होगा। टाउन हॉल पर स्वामित्व किसका है। पुराने टाउन हालॅ को तोडऩे की अनुमति और एनओसी नहीं मिलने के कारण कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। डीएम ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया है कि टाउन हॉल की पूरी जानकारी प्राप्त करें। टाउन हॉल किस कोष से बना था। प्रावधान का आधार क्या था। नए टाउन हॉल में एक हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। 27.44 करोड़ से 50 हजार स्क्वायर फीट में भवन तैयार होगा। निर्माण कार्य का जिम्मा मेसर्स ओम शंकर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा टाउन हॉल का निर्माण कराया जा रहा है। नए भवन बनाने में ग्रीन बिल्डिंग कंसेप्ट का उपयोग किया जाएगा। निर्माण के दौरान नागरिकों की सुविधा और सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा। टाउन हॉल के अंदर प्रोजेक्शन और साउंड सिस्टम आधुनिक लगाया जाएगा। परिसर में गाडिय़ों की पाॄकग की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। परिसर में हॉॢटकल्चर, सेमिनार हॉल, ऑडिटोरियम के अलावा सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए सॢकट टीवी कैमरे भी इंस्टॉल किए जाएंगे। फायर फाइटिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा
मरीजों के लिए बनेगा शेल्टर होम
सेल्टर होम का टेक्निकल बिड हो गया है। फिनांशियल बिड नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग से एनओसी नहीं मिलने के कारण कार्य में विलंब हो रहा है। इस संबंध में डीएम ने सदर एसडीओ को निर्देश दिया है कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के प्राचार्य और अधीक्षक से समन्वय स्थापित कर एनओसी दिलाने में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराएं। निर्णय लिया गया कि जमीन का स्वामित्व स्वास्थ्य विभाग का रहे और बनने वाले वाभ्न का उपयोग अस्पताल में आने वाले मरीजों के परिजन के लिए किया जाए ताकि आमजन ज्यादा से ज्यादा शेल्टर होम से लाभान्वित हो सके।