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कोसी नदी : कटाव पीडि़त टूटे घरों से निकाल रहे किवाड़ व ईंट, लोग कर रहे पलायन, सड़कों पर गुजर रही जिंदगी

Kosi River कोसी नदी में कटाव बढ़ने से लोग पलायन करने लगे। गोविंदपुर का अस्तित्‍व समाप्‍त होने के कगार पर है। वहीं गंगा का भी जलस्‍तर बढ़ता जा रहा है। लोग भयभीत हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 09:36 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 09:36 AM (IST)
कोसी नदी : कटाव पीडि़त टूटे घरों से निकाल रहे किवाड़ व ईंट, लोग कर रहे पलायन, सड़कों पर गुजर रही जिंदगी
कोसी नदी : कटाव पीडि़त टूटे घरों से निकाल रहे किवाड़ व ईंट, लोग कर रहे पलायन, सड़कों पर गुजर रही जिंदगी

भागलपुर, जेएनएन। बिहपुर प्रखंड के हरियो पंचायत के वार्ड नंबर तीन गोङ्क्षवदपुर में कोसी बुधवार को भी कटाव जारी रहा। कटाव के कारण पूरे गांव के लोग विस्थापित हो चुके हैं। कटाव के कारण लोगों के गांव छोड़ जाने के बाद बुधवार को गांव का नजारा भयावह था। जहां कल तक घर-आंगन में बच्चों की किलकारी गूंजती थी। आज वहां वीरानगी और तबाही एवं बर्बादी का नजारा बना हुआ है। बुधवार को कुछ कटाव पीडि़त मुहाने पर आ गए घरों को तोड़कर उससे ईंट व किवाड़ एवं खिड़की सुरक्षित निकालने में जुटे नजर आए। गांव के महेंद्र ऋषिदेव व विजय ऋषिदेव आदि कटाव पीडि़तों को सरकारी राहत के नाम पर बुधवार तक भी सिर्फ आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है। वहीं पंचायत के वार्ड नंबर चार कहारपुर के सनातन सिंह व दिव्यांशु सिंह आदि ने बताया कि कहारपुर में चल रहे कटावरोधी कार्य के बीच यहां भी कोसी का कटाव जारी है।

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बैकठपुर दुधेला में गंगा का कटाव शुरू

वर्ष 2017 से प्रखंड का बैकठपुर दुधैला पंचायत में गंगा का कटाव जारी है। लगातार कटाव के बावजूद विभाग की तरफ से कटाव निरोधी कार्य शुरू नहीं किया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा हर बार सिर्फ निरीक्षण किया जाता रहा। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी निरीक्षण करने के बाद यह कह वापस चले जाते है कि गंगा मुड़ रही है। इसलिए कटाव निरोधी कार्य नहीं होगा। वर्ष 2017 से 2019 तक में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 276 घर गंगा में समा गए हैं। मध्य विद्यालय दुधेला टू, प्राथमिक विद्यालय बैकठपुर का भवन भी कटाव की भेंट चढ़ चुका है। यहीं नहीं सैकड़ों बीघे उपजाऊ जमीन भी तीन वर्षों में गंगा में समा चुकी है। कटाव पीडि़त स्थाई रूप से कहीं घर नहीं बना सके। गंगा कटाव से करीब दो हजार की आबादी प्रभावित हुई है। लेकिन किसी का पुर्नवास नहीं किया गया है। उच्च विद्यालय सोनवर्षा में सड़क कुछ कटाव पीडि़त घर बनाकर रह रहे हैं। इस बार कटाव शुरू होने पर लोगों ने अपना सारा सामान समेट लिया। हालांकि कटाव की तीव्रता बढ़ती है तो इस बार मध्य विद्यालय दुधेला टू, प्राथमिक विद्यालय चौहद्दी टू भी गंगा में समा जाएगी। सीओ ने कहा कि गंगा में कटाव की जानकारी नहीं है। लेकिन इस बारे में जानकारी उपलब्ध करा लेते हैं।

कटावरोधी कार्य जहां हुआ, वहीं शुरू हुआ कटाव 

कोसी के जलस्तर में वृद्धि के साथ भीषण कटाव शुरू हो गया है। कटाव खरीक के सिंहपुर गांव के समीप हो रहा है। जहां दस दिन पूर्व ही कटाव निरोधी कार्य पूर्ण हुआ था। ग्रामीण अलख ङ्क्षसह ने बताया कि कटाव की रफ्तार इतनी तेज है कि लोगों में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया। ग्रामीण अनिल सिंह, सुभाष सिंह, शशि शेखर समेत 30 लोगों का घर कटाव के मुहाने पर आ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि इस बार 750 मीटर में कार्य हुआ था। जो दस दिन पूर्व ही विभाग ने पूरा किया है ग्रामीणों ने मामले की जानकारी विभाग के पदाधिकारियों को दी है।


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