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Corona effect : लॉकडाउन में अजीबो-गरीब फरमाइश से पुलिस परेशान, समझाने पर भी नहीं कोई फायदा

लॉक डाउन में मामूली जरुरत की पूर्ति के लिए लोग बिना कुछ सोचे-समझे पुलिस को फोन करने लगे हैं। पुलिस भी इस हालात से मजबूर उनकी मांग की पूर्ति करवाने के लिए बाध्‍य हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 05:37 PM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 06:12 PM (IST)
Corona effect : लॉकडाउन में अजीबो-गरीब फरमाइश से पुलिस परेशान, समझाने पर भी नहीं कोई फायदा
Corona effect : लॉकडाउन में अजीबो-गरीब फरमाइश से पुलिस परेशान, समझाने पर भी नहीं कोई फायदा

भागलपुर [संजय सिंह]। लॉकडाउन की वजह से अधिकांश दुकानें बंद है। बच्चे तो बच्चे बूढ़े और जवान भी अपनी हर इच्छा की पूर्ति के लिए पुलिस को लगातार फोन करते हैं। इससे पुलिस अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है। पुलिस के लिए मुसीबत तब बन जाता है जब बच्चे लगातार फोन करने लगते हैं। फिलहाल जो हालात है, उसमें पुलिस चाहकर भी ऐसे आने वाले कॉल को नजर अंदाज नहीं कर सकते।

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पिछले दिनों मुंगेर स्थित हबेली खडग़पुर के कंटियाबाजार निवासी एक बुजूर्ग दंपती का टेलीविजन खराब हो गया। परिणामस्वरूप वे लगातार पुलिस को अपना टेलीविजन ठीक करवाने के लिए फोन करने लगे। लगभग दो घंटे के बाद पुलिस ने स्थानीय एक कारीगर को ढूंढकर दंपती के घर ले गए तब उनकी समस्या का समाधान हुआ।

मुंगेर के ही नीलम चौक की एक महिला ने हेल्पलाइन पर फोन कर अपने मासूम बच्चे के लिए डायपर उपलब्ध करवाने की फरमाइस की। पहले तो हेल्पलाइन में तैनात कर्मचारी ने इस मामले को टालने की कोशिश की, पर महिला लगातार फोन करती रही। अंत में हेल्पलाइन के कर्मचारी ने अपनी वला टालने के लिए उसने एक थानेदार का मोबाइल नंबर महिला को दे दिया। महिला तब शांत हुई जब उक्त थानेदार ने सिपाही के माध्यम से बच्चे का डायपर महिला के घर भिजवाया।

कुछ दिन पूर्व कटिहार की एक युवक ने पुलिस पदाधिकारी से शराब की मांग कर डाली। शराबबंदी के बाद ऐसी मांग से पुलिस पदाधिकारी सख्त नाराज हुए। उन्होंने ढूंढकर उस युवक को पकड़वाया। अंत में मोहल्ले के लोगों ने यह बताया कि यह युवक मानसिक रूप से कमजोर है। इस कारण उसने ऐसी हरकत की। ग्रामीणों ने बात पर पुलिस पदाधिकारी का गुस्सा शांत हुआ। फिर उक्त युवक को छोड़ा गया।

भागलपुर स्थित एक स्कूली छात्र ने यहां के एक वरीय पुलिस पदाधिकारी को एक विशेष कंपनी की बिस्कुट और चॉकलेट भेजने को कहा। पुलिस पदाधिकारी ने उक्त बच्चे को लाख समझाने की कोशिश पर बच्चा मानने को तैयार नहीं हुआ। अंत में उक्त अधिकारी ने थानेदार को कहकर बच्चे के लिए चॉकलेट और बिस्कुट की व्यवस्था करवाई।

इसी तरह एक बच्चे ने पेंटिंग तैयार करने के लिए कलर की मांग पुलिस के समक्ष रखी। पुलिस ने उसे भी समझाया, परंतु उस बच्चे का जवाब था कि पुलिस अंकल लॉकडाउन के दौरान हम घर में बैठे-बैठे बोर हो गए। आखिरकर उस बच्चे की भी मांग पुलिस को पूरी करनी पड़ी।

रामनवमी पूजा के दौरान भी कई लोगों ने पुलिस ने प्रसाद व पूजन सामग्री उपलब्ध कराने की मांग फोन करके की। पुलिस ने कई भी मांग पूरी की।

जरुरी सामग्री की मांग तो पूरी की जा सकती है, कभी-कभी बुजुर्ग भी पुलिस को परेशान करने लगते हैं। रामनवमी में भी कई लोगों ने पुलिस को लड्डू उपलब्ध कराने की फरमाइस कर डाली। इससे पुलिस की परेशानी बढ़ गई- आशीष भारती, एसएसपी, भागलपुर


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