Corona virus : लॉक डाउन में वकीलों और मुवक्किल बगैर कचहरी में पसरा सन्नाटा
Corona virus जिला विधिज्ञ संघ की ओर से सोमवार को एक अप्रैल तक काम नहीं करने के फैसले बाद मंगलवार को कचहरी परिसर में सन्नाटा दिखा। अभी लॉक डाउन है।
भागलपुर, जेएनएन। जिला विधिज्ञ संघ की ओर से सोमवार को एक अप्रैल तक काम नहीं करने के फैसले बाद मंगलवार को कचहरी परिसर में सन्नाटा दिखा। वकीलों और मुविक्कलों के नहीं पहुंचने से व्यवहार न्यायालय परिसर सूना दिखाई दिया। मुकदमों में हाजरी-पैरवी नहीं हुई। अदालत की ओर से हालांकि पूर्व में ही यह जानकारी दे दी गई है कि 31 मार्च तक किसी मुकदमे में हाजरी-पैरवी नहीं होने से कोई विपरीत आदेश नहीं जारी होगा। 31 मार्च तक किसी भी मुकदमे में न्यायालय की ओर से कोई विपरीत आदेश जारी नहीं किया जाएगा। यह सब कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए। भीड़ नहीं होने देने के लिए किया गया है।
मंगलवार को न्यायालय में जिला जज अरविंद कुमार पांडेय समेत सभी न्यायिक पदाधिकारी और कर्मचारी तय समय पर पहुंचे। सभी अपने इजलाश पर बैठे फिर वेश्म में पूर्व के कामकाज का निष्पादन किया। गवाहों को ई-कोर्ट में अपडेट आदि का कामकाज निपटाया गया। जिला जज ने न्यायिक पदाधिकारियों के साथ अपने वेश्म में बैठक भी की। यह बैठक कामकाज निष्पादन से मुतल्लिक था। कचहरी के दोनों प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मियों की भी उपस्थिति पूर्व की तरह थी। हालांकि आज उन्हें तलाशी आदि के कार्य से राहत थी।
आवाजाही नहीं होने के बावजूद महिला और पुलिस सुरक्षाकर्मी प्रवेश द्वार पर जमे रहें। कचहरी परिसर के ओल्ड कोर्ट कैंपस, ओल्ड कंज्यूमर फोरम कैंपस, बार लाइब्रेरी कैंपस, मिनी बार समेत अधिवक्ताओं के तमाम सिरिश्ते बंद नजर आए। इक्के-दुक्के अधिवक्ता अपने सिरिश्ता पहुंचे भी तो पुरानी फाइलों के निष्पादन, साफ-सफाई कार्य करते नजर आए। सेशन कोर्ट हाजत में कैदी वाहन लगी मिली और सुरक्षाकर्मियों की हलचल भी दिखी लेकिन जेल से कोई कैदी नहीं लाया गया था।