जैविक खेती को बढ़ावा देने का अब आ गया समय
बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर में सोमवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा वित्तपोषित जैविक खेती पर शॉट कोर्स का प्रारंभ किया गया।
भागलपुर । बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर में सोमवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा वित्तपोषित जैविक खेती पर शॉट कोर्स का प्रारंभ किया गया। इसमें देश के विभिन्न संस्थानों के 21 वैज्ञानिक व प्राध्यापक शामिल हुए हैं। उद्घाटन कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह, एएन मुखोपाध्याय व डॉ. बीएल जलाली ने संयुक्त रूप से किया।
कुलपति ने कहा कि किसान असंतुलित मात्रा में उर्वरक का उपयोग कर रहे हैं। संतुलित उर्वरक के प्रयोग के लिए किसानों को पिछले 32 वर्षो से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए अधिक मात्रा में रसायानों का प्रयोग करने से पूरा पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित होता है। डॉ. मुखोपाध्याय ने रसायनों के दुष्प्रभाव के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हमें जैविक कृषि को बढ़ावा देना चाहिए। डॉ. जलाली ने कहा कि परंपरागत खेती का मूल्यांकन कर आर्गेनिक पेस्ट मैनेजमेंट प्रणाली में सम्मिलित करने की जरूरत है।
कार्यक्रम को डॉ. अरूण कुमार, आरआर सिंह, आदि ने भी संबोधित किया।