JDU:हो-हंगामा के बीच जिलाध्यक्ष के लिए हुआ नामांकन, क्या सोचकर वर्तमान जिलाध्यक्ष ने नहीं भरा पर्चा Bhagalpur News
वर्तमान जिलाध्यक्ष विभूति गोस्वामी चाह रहे थे कि जिलाध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से हो। लेकिन दो लोगों के नामांकन करने के बाद हंगामा शुरू हो गया।
भागलपुर [जेएनएन]। जदयू जिलाध्यक्ष का चुनाव कैसे होगा, यह मुख्यालय तय करेगा। चुनाव अधिकारी मुख्यालय के आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। चुनाव बुधवार को होना है। चुनाव की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। भारी हो-हंगामा के बीच जिलाध्यक्ष पद के लिए दो लोगों ने नामांकन पत्र दाखिला किया। नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में सुल्तानगंज के डॉ. विजय कुमार सिंह और जदयू दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सरोज कुमार चौधरी हैं।
वर्तमान जिलाध्यक्ष विभूति गोस्वामी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। उन्होंने नामांकन नहीं करने की घोषणा कर दी। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। जिलाध्यक्ष पद के लिए विभूति गोस्वामी को नामांकन कराने के लिए कई प्रखंड अध्यक्षों ने हंगामा शुरू कर दिया। प्रखंड अध्यक्षों का साथ कई स्थानीय वोटर भी दे रहे थे। वोटर नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर कराना चाह रहे थे। लेकिन गोस्वामी नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए तैयार नहीं हुए।
गोस्वामी चाह रहे थे कि जिलाध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से हो। लेकिन दो लोगों के नामांकन करने के बाद हंगामा शुरू हो गया। प्रखंड अध्यक्षों ने विभूति के नामांकन नहीं करने पर अपना त्यागपत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजने की बात कहने लगे। नामांकन करने वाले अंत तक चुनाव में डटे रहे।
इसके बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी अभय सिंह ने बुधवार को मतदान कराने की बात कही। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि विभूति गोस्वामी ढाई महीने पहले ही चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा कर दिए थे। इसकी सूचना उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को दे दिया था। लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव होने तक पद पर बने रहने के लिए कहा था। अब चुनाव को लेकर मुख्यालय के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। मुख्यालय के आदेश के आलोक में चुनाव होगा।
मुख्यालय अगर सर्वसम्मति से अध्यक्ष के लिए कहता है तो आदेश का पालन किया जाएगा या फिर चुनाव होगा। जिला जदयू प्रवक्ता शेखर पांडेय का कहना है कि विभूति गोस्वामी के नामांकन नहीं करने से प्रखंड अध्यक्षों और कार्यकारिणी सदस्यों के बीच निराशा का भाव है। सदस्यों का कहना है कि अगर अध्यक्ष थोपा जाता है तो त्यागपत्र दे देंगे।