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ताजिया जुलूस के दौरान बवाल, CISF जवान की पिटाई, सड़क और रेल मार्ग जाम Bhagalpur News

भागलपुर के अकबरनगर में ताजिया जुलूस के दौरान तनाव हो गया। मंगलवार दोपहर को असामाजिक तत्वों ने सीआईएसएफ जवान के साथ दुर्व्यवहार किया। उनके साथ मारपीट की गई। दोनों पक्ष में तनाव है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 02:56 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 02:56 PM (IST)
ताजिया जुलूस के दौरान बवाल, CISF जवान की पिटाई, सड़क और रेल मार्ग जाम  Bhagalpur News
ताजिया जुलूस के दौरान बवाल, CISF जवान की पिटाई, सड़क और रेल मार्ग जाम Bhagalpur News

भागलपुर [जेएनएन]। अकबरनगर के सिमराहा गांव में सुबह नौ बजे ताजिया जुलूस के दौरान सीआइएसएफ जवान की पिटाई के विरोध में जमकर बवाल हुआ। दो पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। इनलोगों ने सड़क और रेलमार्ग को जाम कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में दोनों ओर से हुए पथराव में कई लोग घायल हो गए।

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पुलिस के अनुसार पड़ोस के खेरेहिया गांव निवासी सीआइएसएफ जवान शिवेश कुमार अपने जीजा को लाने के लिए अकबरनगर रेलवे स्टेशन जा रहे थे। शिवेश अपने घर से बाइक लेकर अपने जीजा को लाने के लिए अकबरनगर रेलवे स्टेशन जा रहा था। सिमराहा के समीप ताजिया जुलूस निकल रहा था। रास्ता देने को लेकर जुलूस में चल रहे लोगों से उनका विवाद हो गया। लोगों ने सीआइएसएफ जवान को पीटकर घायल कर दिया। घायल जवान ने घटना की जानकारी अपने परिजन को दी। जानकारी मिलने पर पहुंचे परिजन ने जुलूस में शामिल लोगों से मारपीट का कारण पूछा तो दोनों पक्षों में फिर विवाद हो गया। विवाद को देखते हुए अकबरनगर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करा दिया।

शिवेश की तैनाती फरक्का में है। उनकी पिटाई से आक्रोशित खेरेहिया के लोगों ने भागलपुर-सुल्तानगंज मुख्य मार्ग जाम कर दिया। इससे साढ़े पांच घंटा तक वाहनों की आवाजाही बाधित रही। इसके बाद अकबरनगर पुलिस ने फिर लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित लोग नहीं माने।

वहीं, खेरेहिया के लोगों द्वारा सड़क जाम करने पर सिमराहा के लोगों ने भी सड़क जाम कर दिया। इससे दोनों पक्षों में विवाद और बढ़ गया। विवाद को बढ़ते देख स्थानीय थाने ने डीएसपी को सूचना दी। डीएसपी ने खेरेहिया के लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ये लोग पहले सिमराहा वालों द्वारा लगाए जाम हटाने की बात पर अड़ गए। डीएसपी ने सिमराहा के ग्रामीणों से सड़क जाम हटाने के लिए समझाने-बुझाने का प्रयास किया तो सिमराहा के कुछ शरारती तत्वों में पथराव कर दिया। इससे मामला तूल पकड़ लिया और दोनों पक्षों में दो घंटे तक जमकर पथराव हुआ। इसमें अकबरनगर थाने के जवान अजय कुमार समेत कई लोग घायल हो गए। इस दौरान पुलिस अधिकारी बेबस दिखे। पथराव देख वे स्वयं अपनी जान बचाने के लिए बगल के घर में दुबके रहे।


घटना को बढ़ते देख डीएसपी ने एसएसपी को इसकी जानकरी दी। एसएसपी आशीष भारती, डीएम प्रणव कुमार, एसडीओ आशीष नारायण समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को माइकिंग के माध्यम से समझा बुझाकर शांत कराया। घटना के बाद सुल्तानगंज में डीएम, एसएसपी, एसडीओ ने सयुक्त रूप से दोनों पक्ष के पांच-पांच लोगों व शांति समिति के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक कर गले मिलाकर शांति सद्भाव में मिलजुलकर रहने का वादा लिया। साथ ही गुरुवार को दोनो पक्षों व शांति समिति के बीच बातचीत करने की बात कही।

झड़प के बाद स्टेशन से पहले रोकी गई गरीब रथ
अकबरनगर में दो गुटों के बीच हुई झड़प का असर रेल परिचालन पर पड़ा। स्टेशन के पूर्वी फाटक पर गेटमैन की पिटाई और ट्रैक जाम किए जाने से ट्रेन परिचालन अस्त-व्यस्त हो गया। आनंद विहार जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस को स्टेशन से पहले होम सिग्नल के पास रोक दिया गया।

वहीं, भागलपुर आ रही विक्रमशिला एक्सप्रेस को सुल्तानगंज, जनसेवा एक्सप्रेस को जंक्शन के एक नंबर पर रोकर रखा गया। मामला शांत होने के बाद गरीब रथ को 50 मिनट बाद रवाना किया गया। विक्रमशिला एक्सप्रेस अपने नियत समय से करीब दो घंटे विलंब से भागलपुर पहुंची। जनसेवा एक्सप्रेस निर्धारित समय से 25 मिनट देरी से रवाना हुई। पल-पल की सूचना मालदा मंडल को दी जा रही थी। मंडल से पूरी सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया।

डरे-सहमे दिखे यात्री, फटाफट बंद किया गेट
गरीब रथ एक्सप्रेस अकबरनगर स्टेशन से पहले 50 मिनट तक रोके जाने के बाद यात्री सहम गए। हंगामा की खबर सुनते ही ट्रेन के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए। इस दौरान एक भी यात्री स्टेशन पर नहीं उतरे। हालांकि इस दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई।

रेल कर्मियों को किया गया अलर्ट
अकबरनगर से झड़प की सूचना मिलने पर रेलवे ने भागलपुर स्टेशन के पश्चिमी पैनल केबिन को अलर्ट किया गया। सभी को सतर्क रहने कहा गया कि कहीं कोई असमाजिक तत्व हंगामा न करने पहुंच जाएं।

बेबस दिखी रेल पुलिस
अकबरनगर से झड़प की सूचना पर रेल पुलिस तो पहुंची। सुल्तानगंज, नाथनगर और भागलपुर की रेल पुलिस पहुंची। पर, लोगों के आक्रोश के आगे रेल पुलिस पूरी तरह बेबस दिखी।

मुख्यालय के अलर्ट के बाद भी पुलिस ने मुहरर्म के दौरान बरती लापरवाही
अकबरनगर में दो पक्षों के बीच बवाल पूरी तरह पुलिस की लापरवाही से बढ़ा। इस कारण अकबरनगर थाना से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर ही दो पक्ष अचानक मामूली बात पर आमने सामने आ गए। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच भारी पथराव हो गया। बात दें कि मुहरर्म के पूर्व से ही पुलिस मुख्यालय व खुफिया विभाग द्वारा लगातार जिलों के पुलिस कप्तान को अलर्ट किया जा रहा था। मुहर्रम में विधि व्यवस्था को लेकर लगातार बैठकों और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी जिलों को अलर्ट किया गया था। लेकिन मामूली बात पर ही बवाल ने विकराल रूप ले लिया।

डीआइजी रख रहे थे पूरे मामले पर नजर
घटना की जानकारी होने पर डीआइजी विकास वैभव मामले की मानीटङ्क्षरग में जुट गए। लोगों द्वारा सड़क जाम करने के बाद उन्होंने तत्काल सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज को मौके पर जाने को कहा। लेकिन तब तक दोनों पक्षों में पथराव हो गया। तब उन्होंने एसएसपी आशीष भारती को मौके पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर जाने को कहा। उनके साथ जिलाधिकारी प्रणव कुमार भी अकबर नगर गए।

मुख्यालय भेजी गई पूरी रिपोर्ट
दो पक्षों के बीच तनाव की सूचना मिलते ही मुख्यालय भी अलर्ट हो गया। इस मामले में मुख्यालय अधिकारियों से पल पल की रिपोर्ट ले रही थी। घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी गई है। मामले मुख्यालय ने एसएसपी को कुछ विशेष निर्देश दिया है। डीआइजी से मुख्यालय के अधिकारियों ने भी घटना के बारे में पूरी जानकारी ली।

पुलिस रहती सतर्क तो नहीं बढ़ता मामला
मुहर्रम को लेकर स्थानीय पुलिस पहले से ही सुस्त पड़ी हुई थी। इलाके में कई जुलूस निकले थे, लेकिन उनके साथ पुलिस बल नहीं था। दिलचस्प बात है कि सांप्रदायिक मामलों को लेकर अकबरनगर का इलाका हमेशा अतिसंवेदनशील इलाकों की गिनती में आता है। बावजूद इसके मामूली बात पर थाने के करीब बवाल बढऩा कई सवाल खड़े करता है।

जवान पर हमले की निंदा की : भाजपा ने ताजिया जुलूस के दौरान खेरैहिया निवासी सीआइएसफ जवान शिवेश कुमार पर चाकू से हमले की निंदा की है। भाजपा जिलाध्‍यक्ष रोहित पांडेय ने कहा कि ऐसी घटना देश की एकता अखंडता पर खतरा है। इससे सांप्रदायिक सौहार्द भी बिगडता है। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

अकबरनगर में आज और कल सुरक्षा रहेगी कड़ी
मुहर्रम के दौरान अकबरनगर थाना क्षेत्र में मंगलवार को विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई। इसको लेकर डीएम प्रणव कुमार ने अकबरनगर थाना क्षेत्र के तीन जगहों पर बुधवार और गुरुवार को दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी को लाठी बल के साथ तैनात किया है। सिमराहा में प्रखंड कृषि पदाधिकारी शाहकुंड वीरेंद्र कुमार शुक्ला को दंडाधिकारी और अकबरनगर थाने के पुलिस अवर निरीक्षक विद्या प्रसाद को पांच लाठी के साथ तैनात किया गया है। खेरैहिया में प्रखंड कल्याण पदाधिकारी सुल्तानगंज रणविजय सिंह व बाथ थाने के जयराम यादव और इंगलिश चिचरौन में श्रम पदाधिकारी सुल्तानगंज विमल कुमार और शाहकुंड थाने के शौकत अली को तैनात किया गया है।

बुद्धिजीवियों की पहल पर बड़ी घटना टली
बुद्धिजीवियों की सूझबूझ से अकबरनगर में मंगलवार को दो पक्षों में हुई बड़ी घटना टल गई। मामूली विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच पथराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए। जिसके बाद समाज के शांतिप्रिय व बुद्धिजीवियों ने पहल की और लोगों को शांत करने की कोशिश की। दोनों पक्ष के बुद्धिजीवियों ने अपना फर्ज निभाते हुए लोगों को शांत कराने का हर संभव प्रयास किया। पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में शांति समिति के सदस्यों ने सभी को शांत कराया। जिसके बाद जाकर माहौल शांत हुआ। शांति समिति के सक्रिय सदस्य निसार खलीफा ने बताया कि हम भीड़ से अलग दिख सकें इसलिए प्रशासन ने कोई बेहतर प्रबंध अब तक नहीं किया है। शांति समिति के सदस्य होने का हमारे पास कोई प्रमाण भी नहीं है। इस कारण आक्रोशित भीड़ और लोगों को समझाने में काफी परेशानी होती है। बावजूद इसके हम लोगों ने एकजुटता कायम की और तनाव को खत्म करने की कोशिश की। वहीं मो. फरीद ने कहा कि कई वर्षों से हम लोग एक साथ पर्व मनाते आ रहे हैं। शरारती तत्व इसमें बाधा उत्पन्न करते हैं लेकिन, हम लोग एक रहेंगे। मोहम्मद मेराज ने कहा कि हम लोग आपसी भाईचारा का परिचय देंगे। आगे से कोई भी विवाद नहीं होगा। भाई प्रीतम यादव का कहना था कि हमारी एकजुटता से शरारती तत्व परेशान है। इसलिए इस प्रकार की घटना को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा मुकेश कुमार, राजन कुमार, प्रवीण कुमार ने भी अपने-अपने पक्ष रखें।

 

दोनों पक्ष मिले गले, दूर हुए शिकवे गिले
अकबरनगर में ताजिया जुलूस के दौरान हुए बवाल के बाद जिलाधिकारी प्रणव कुमार, एसएसपी आशीष भारती, सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज, सदर अनुमंडल पदाधिकारी आशीष नारायण, पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था निसार अहमद शाह, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभात रंजन घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। सुल्तानगंज प्रखंड मुख्यालय में जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में शांति समिति की आपात बैठक हुई। जिसमें दोनों समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया। बैठक की शुरुआत सदर एसडीएम आशीष नारायण ने की और लोगों से घटना की जानकारी ली। शांति समिति के सदस्यों ने जिले के वरीय अधिकारियों को जानकारी दी। जिसके बाद काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच समझौते का दौर चलता रहा।

जिला जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष के लोग आपस में एक दूजे के साथ सद्भाव बनाकर क्षेत्र में रहें, ताकि हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम हो सके। एसएससी आशीष भारती ने कहा कि सभी गिले-शिकवे भुलाकर आपस में एकजुटता दिखाएं। जिसके बाद शांति समिति के सदस्यों ने भी हामी भरते हुए कहा कि आगे से ऐसी कोई घटना ही नहीं होगी। दोनों समुदाय के लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर सारे गिले शिकवे दूर किए। घटना में घायल हुए दोनों पक्षों के लोगों ने भी एक दूसरे को गले लगाया। सदर एसडीएम आशीष नारायण ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच समझौता करा कर विवाद खत्म करा दिया गया है। निर्देश दिया गया है कि जो भी अखाड़ा ताजिया निकालेंगे वह अपने पांच वालंटियर के साथ रहेंगे ताकि लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या उत्पन्न न हो सके। 


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