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सदर अस्पताल में प्रसूता से वसूली जा रही राशि

लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में भर्ती ग्रामीण क्षेत्र की छह प्रसूता से टेटनस, दर्दनाशक सूई और प्रसव करवाने के नाम पर नर्स और आशा ने रुपये वसूले।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 05:00 AM (IST)Updated: Mon, 16 Jul 2018 05:00 AM (IST)
सदर अस्पताल में प्रसूता से वसूली जा रही राशि
सदर अस्पताल में प्रसूता से वसूली जा रही राशि

भागलपुर [अशोक अनंत]

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लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में भर्ती ग्रामीण क्षेत्र की छह प्रसूता से टेटनस, दर्दनाशक सूई और प्रसव करवाने के नाम पर नर्स और आशा ने रुपये वसूले। अस्पताल में दोनों सूई उपलब्ध होने के बाद भी महिलाओं से 300 से 600 रुपये तक लिए गए।

राशि वसूलने की जानकारी सिविल सर्जन और अस्पताल प्रभारी डॉ. एके मंडल को मिलते ही अस्पताल में हलचल मच गई। मामले की सच्चाई जानने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन पीड़ित महिलाओं का बयान लिया और वीडियोग्राफी कराई।

इधर, प्रसूता ने कहा कि कभी मैडम (नर्स) तो कभी आशा रुपये मांग कर ले जाती हैं। कहती हैं सूई बाहर से मंगानी पड़ेगी, इसके लिए रुपये दो। मजबूरी में रुपये देने पड़े। वसूली की कहानी, प्रसूता की जुबानी

गोराडीह की माला देवी को शनिवार की रात करीब दो बजे प्रसव कराया गया। टेटनस की सूई के लिए आशा ने रुपये तो लिए ही नर्सो ने भी अलग से पांच रुपये की मांग की। मजबूरन देना पड़ा।

विशनपुर जिच्छो की फूल कुमारी को भी शनिवार की रात पुत्र रत्‍‌न की प्राप्ति हुई। दर्दनाशक सूई एवं अन्य मद में नर्स ने उनसे 350 रुपये लिए।

शाहजंगी की बीबी नाजिनी को रविवार की सुबह चार बजे प्रसव कराया गया। पति मजदूरी करता है। नाजिनी ने बताया की चार सौ रुपये लिए गए।

मुंदीचक की नीतू देवी को शनिवार की शाम पांच बजे बच्चा हुआ। उसने कहा कि मैडम ने पांच सौ रुपये लिए। धनकुंड की मीरा देवी ने कहा कि रक्तश्राव हो रहा था। उसे बंद करने के नाम पर तीन सौ रुपये लिए गए।

अमडंडा की बीबी कमरुल खातून से टेटनस की सूई खरीदने के नाम पर आशा ने 50 रुपये लिए। इसके अलावा छह सौ रुपये नर्स ने भी लिए।

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पुराना है वसूली का खेल

सदर अस्पताल में वसूली का खेल नया नहीं है। पहले भी प्रसूता से वसूली का मामले सामने आ चुका है। दो वर्ष पूर्व दो नर्सो द्वारा प्रसूता से राशि वसूली गई थी। आरोप सिद्ध होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसके बाद भी नर्स और आशा की आदतों में सुधार नहीं हो रहा है।

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केस स्टडी 01

- 12 जून 2016 को भीखनपुर की सुनीता देवी के गर्भ में ही बच्चे की मृत्यु हो गई थी। सदर अस्पताल में भर्ती हुई तो नर्सो ने प्रसव कराने के नाम पर दवा-सूई के एवज में 500 रुपये लिए। जागरण में खबर प्रकाशित होने पर डॉ. एके दास ने मामले की जांच की। दोष सिद्ध होने पर दोनों नर्सो को स्थानांतरित कर दिया गया।

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कोट :-

राशि वसूलने के मामले की जांच कराई जाएगी। कई प्रसूता ने आशा द्वारा राशि लिए जाने की बात कही है।

- डॉ. एके मंडल, प्रभारी, सदर अस्पताल


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