TMBU : TNB College के 11 कर्मियों की सेवा समाप्त, जानिए मामला Bhagalpur News
सभी कर्मियों के 2019 एवं उसके आगे के महीनों का वेतन दावा विश्वविद्यालय नहीं भेजा जाएगा। उक्त कर्मियों से महाविद्यालय में सेवा तात्कालिक प्रभाव से अगले आदेश तक नहीं ली जाएगी।
भागलपुर [जेएनएन]। टीएनबी कॉलेज में कार्यरत 11 कर्मियों की सेवा समाप्त हो गई है। प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी ने बुधवार को यह आदेश जारी किया है। आदेश में कहा है कि सभी कर्मियों के अगस्त 2019 एवं उसके आगे के महीनों का वेतन दावा विश्वविद्यालय नहीं भेजा जाएगा। उक्त कर्मियों से महाविद्यालय में सेवा तात्कालिक प्रभाव से अगले आदेश तक नहीं ली जाएगी।
मालूम हो कि यह आदेश कॉलेज के 14 कर्मियों पर लागू होता है। शेष तीन कर्मी सेवानिवृत हो चुके हैं। इनमें से एक की मृत्यु हो चुकी है।
जिन कर्मियों पर गिरी गाज : अमरेंद्र कुमार झा, विभाष चंद्र झा, कार्तिक चंद्र चक्रवर्ती, गंगाधर चौधरी, कुमार आशुतोष राजेश, पंकज कुमार झा, मो. जेनुल अबेदीन, मो. जहांदर अली मिर्जा, श्याम सुंदर मिश्र, मो. एनएच नईम और ब्रज मोहन सिंह शांडिल्य।
इसके अलावे कुमार कौशलेंद्र प्रसाद सिंह, शशि प्रसाद सिंह और इंद्रकांत झा सेवानिवृत हो चुके हैं। शशि की मृत्यु हो चुकी है। सेवानिवृति के बाद इनको पेंशन नहीं मिल रहा है।
कर्मचारियों के साथ हुआ है अन्याय : अमरेंद्र झा का कहना है कि उनलोगों को सेवा में 1987 में आने के बाद से जुलाई 2019 तक का वेतन और बकाये का भुगतान हुआ है। झा ने कहा है कि कुलाधिपति एवं हाईकोर्ट के द्वारा अवमाननावाद में पारित आदेश के आलोक में 32 वषों से वेतन भुगतान पा रहे टीएनबी कॉलेज के 14 कर्मचारियों के साथ अन्याय हुआ है। सरकार के विशेष सचिव के सुनवाई प्रतिवेदन जिसके विरुद्ध हाईकोर्ट में याचिका दायर की जा चुकी है। इसके बावजूद राज्य सरकार के विशेष सचिव के पत्र के आधार पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव के द्वारा 14 कर्मचारियों का कॉलेज की सूची से प्राचार्य द्वारा नाम हटाने का निर्देश देना अवमानना है।
आदेश के खिलाफ कोर्ट जाएंगे टीएनबी के कर्मी
टीएनबी कॉलेज के जिन 11 कर्मचारियों को बुधवार को सेवा से हटाया गया है, वे अब न्याय के लिए कोर्ट की शरण लेंगे। हटाए गए कर्मचारियों ने कहा कि अब वे लोग टीएमबीयू और कॉलेज प्रशासन से कोर्ट में निपटेंगे।
प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी ने कहा कि विवि के पूर्व के निर्देश पर दिशा निर्देश मांगा गया था। विवि ने जो निर्देश दिया, उसके तहत कार्रवाई की गई है।