दूसरे दिन स्पेशल ट्रेन से 108 यात्री गए दिल्ली
भागलपुर के रास्ते डिब्रूगढ़ से दिल्ली गई ब्रह्मपुत्र मेल से दूसरे दिन गुरुवार को 10
भागलपुर। भागलपुर के रास्ते डिब्रूगढ़ से दिल्ली गई ब्रह्मपुत्र मेल से दूसरे दिन गुरुवार को 108 यात्री जंक्शन पर सवार हुए। 115 यात्रियों ने स्लीपर और एसी कोच में आरक्षण कराया था, लेकिन नौ पैसेंजर समय पर नहीं पहुंच सके।
एसी क्लास में 42 और स्लीपर में 73 लोगों की टिकटें बुक थी। ट्रेन 15 मिनट पहुंची। वेटिग वाले पैसेंजर को सफर करने की अनुमति नहीं मिली। कंफर्म टिकट रहने के बाद ही पैसेंजर प्लेटफॉर्म पहुंचे। स्क्रीनिग के बाद वेटिग हॉल में यात्रियों को बैठाया गया। ट्रेन के आगमन की सूचना पर यात्री एक नंबर प्लेटफॉर्म पर बने घेरे में कतारबद्ध हो गए। आरपीएफ, जीआरपी ने यात्रियों को कोच में प्रवेश कराया। वहीं, इस ट्रेन से 26 पैसेंजर जंक्शन पर उतरे भी। सीआइटी आरएन पासवान टीटीई के साथ टिकट जांच करते दिखे। स्टेशन अधीक्षक समर सिंह, प्रमोद कुमार और परिचालन विभाग के कर्मी थे। डीआरएम यतेंद्र कुमार ट्रेन को लेकर पल-पल की जानकारी लेते रहे। दूसरे प्रवेश गेट से नहीं मिली एंट्री
नए नियम को लेकर रेलवे प्रशासन पूरी तरह सख्त है। स्टेशन पर स्पेशल ट्रेन पकड़ने पहुंचे यात्रियों को दूसरे प्रवेश द्वार से एंट्री नहीं मिली। 90 मिनट पहले यात्री लोहिया पुल की तरफ पहले प्रवेश द्वार से जंक्शन पहुंचे। आरपीएफ इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने जवानों को निर्देश दिया था कि दूसरे प्रवेश द्वार से यात्रियों की इंट्री नहीं हो। पैसेंजर के साथ पहुंचे स्वजनों को प्रवेश द्वार से बाहर ही रुकना पड़ा। जंक्शन परिसर में किसी भी वाहनों की एंट्री नहीं हुई। आरपीएफ और जीआरपी के जवान स्टेशन परिसर से लेकर प्लेटफार्म तक तैनात थे। पेंट्रीकार कोच लगी थी, सुविधा नहीं
कोरोना को देखते हुए देश भर में पेंट्रीकार कोच से खानपान की आपूर्ति नहीं की जा रही है। दिल्ली गई स्पेशल ट्रेन में भी पेंट्री कोच लगी थी, लेकिन कोच पूरी तरह बंद था। ट्रेन पर सवार कर्मचारी फेस कवर मास्क पहने हुए थे। आरोग्य सेतु ऐप हुई जांच
स्पेशल ट्रेन से सफर करने वाले पैसेंजर को आरोग्य सेतु ऐप मोबाइल में रखना जरूरी होगा। स्टेशन पर ऐप की जांच की गई। दरअसल, आयुष मंत्रालय की ओर से कोरोना की जानकारी और बचाव के लिए यह ऐप अनिवार्य किया गया है।