गन्ने की एक एकड़ से दो लाख तक कमा सकते हैं किसान
गन्ने की खेती ही नहीं बल्कि किसानों के लिए एक उद्योग है। उद्योग की सोच से गन्ना लगाने से किसानों को
गन्ने की खेती ही नहीं बल्कि किसानों के लिए एक उद्योग है। उद्योग की सोच से गन्ना लगाने से किसानों को अधिक लाभ मिलेगा। उक्त बातें जयमंगला उच्च विद्यालय मंझौल के सभागार में रविवार को आयोजित किसान गोष्ठी सह प्रशिक्षण में गन्ना उत्पादक किसानों को संबोधित करते हुए हसनपुर चीनी मील के कार्यपालक उपाध्यक्ष शंभू प्रसाद रॉय ने कहीं। उन्होंने कहा कि अन्य फसल की दाम घटती बढ़ती रहती है। परंतु, गन्ने की कीमत बढ़ती रहती है। संपूर्ण दुनिया में इसका रेट प्रतिवर्ष बढ़ रहा है। गन्ना उद्योग से किसान अधिक से अधिक लाभ ले सकते हैं।
उन्होंने कहा, एक एकड़ की खेती से दो लाख रुपये का लाभ ले सकते हैं। इस वर्ष 40 हजार 500 एकड़ में गन्ने की फसल लगाई गई है। मील को 60 लाख ¨क्वटल गन्ना की आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा गया है। 757 गांव चीनी मील क्षेत्र में है। उन्होंने जून माह में प्रति एकड़ 25 किलोग्राम पोटाश, 50 किलोग्राम यूरिया, 10 किलोग्राम सल्फो ¨जक डालने की सलाह दी।
किसानों को एफएमजी कंपनी के चंदन कुमार ने कोराजन के उपयोग तथा उससे होने वाले लाभ के संबंध में बताया। मौके पर हसनपुर चीनी मील के ईख प्रबंधक मा¨नद दुबे, ईख विकास पदाधिकारी रामनाथ ¨सह, क्षेत्रीय पदाधिकारी मनोज कुमार, किसान अरुण ¨सह,रामाकांत ¨सह, बच्चा ¨सह, मेनन समेत सैकड़ों किसान उपस्थित थे।