वेलनेस सेंटर पर दिन में भी लटका रहता ताला
बेगूसराय। सरकार सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर तरह की स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए तत्पर है। इसके लिए प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा क्षेत्र में एक-एक वेलनेस सेंटर खोलने का प्रावधान भी किया गया।
बेगूसराय। सरकार सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर तरह की स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए तत्पर है। इसके लिए प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा क्षेत्र में एक-एक वेलनेस सेंटर खोलने का प्रावधान भी किया गया। प्रावधान के तहत प्रखंडों में वेलनेस सेंटर खोले भी गए। परंतु इस सेंटर से लोगों को कोई खास सुविधा नहीं मिल रही है। खास बात यह है कि वेलनेस सेंटर पर मरीजों को 24 घंटे सुविधा मुहैया कराने का प्रावधान किया गया है। परंतु यहां दिन में भी ताले लटके रहते हैं। यह स्थिति बुधवार को मटिहानी प्रखंड के सिहमा स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र सह वेलनेस सेंटर में देखने को मिला। दिन के करीब 2.00 बजे इस केंद्र के मुख्य व एक छोटे गेट में ताला जड़ा हुआ था। ऐसा नहीं कि यह हाल सिर्फ मटिहानी प्रखंड के सिहमा के वेलनेस सेंटर का है। बात बरौनी प्रखंड के सिमरिया स्थित वेलनेस सेंटर की करें, तो यहां भी मरीजों के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं है। इस सेंटर पर सिर्फ एक आयुष चिकित्सक सप्ताह में तीन दिन के लिए पदस्थापित हैं। जो आउटडोर में आने वाले मरीजों को चिकित्सकीय सलाह देते हैं। यहां मात्र दो एएनएम पदस्थापित हैं और मरीजों के बीच महज सामान्य दवा वितरण का कार्य किया जाता है। सेंटर पर प्रसव की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके लिए बना हुआ हॉल खाली पड़ा है। यहां लगने वाले दो-चार बेड स्टोर रूम में यत्र-तत्र पड़े हैं। यहां मौजूद एएनएम शांति कुमारी कहती हैं कि वेलनेस सेंटर बना है। परंतु अभी यहां प्रसव की सुविधा नहीं है। उसकी तैयारी की जा रही है। सिर्फ एक चिकित्सक यहां पदस्थापित हैं। जो सप्ताह में तीन दिन यहां आउटडोर में मरीजों का इलाज करते हैं। उन्होंने यहां कई तरह की दवा उपलब्ध रहने की बात भी कही।
बोले प्रभारी : सिहमा स्थित वेलनेस सेंटर में ताला लगे होने की बात पर मटिहानी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संतोष कुमार झा ने कहा कि चिकित्सक और स्टाफ की कमी के कारण वहां 24 घंटे सेवा शुरु नहीं हो पाई है। सिर्फ एक चिकित्सक व दो एएनएम यहां पदस्थापित हैं। कहा, आउटडोर के बाद चिकित्सक व एएनएम ताला बंद कर गए होंगे। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि वहां व्यवस्था को सु²ढ़ करने का प्रयास जारी है।