अवैध चिमनी से परेशान चलकी के ग्रामीण, बंद करवाने की मांग
बेगूसराय। नियम-कानून की धज्जियां उड़ा चार हजार की सघन आबादी के बीच में हीं चिमनी-भट्ठा खोलकर ग्रामीणो
बेगूसराय। नियम-कानून की धज्जियां उड़ा चार हजार की सघन आबादी के बीच में हीं चिमनी-भट्ठा खोलकर ग्रामीणों की जान सांसत में डाल दी गई है। सैकड़ों ग्रामीणों ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड समेत अंचल से राज्य तक के तमाम अधिकारियों को पत्र भेजकर कर अवैध चिमनी-भट्ठा को बंद करने की मांग की है। इस संबंध में चलकी निवासी एवं दौलतपुर पंचायत के पंचायत समिति सदस्य सविता कुमारी, देव नारायण पासवान, गोपाल पासवान समेत 4000 लोगों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन में कहा गया है कि चलकी गांव से चौरी होकर समस्तीपुर - दरभंगा तक के बाढ़ का पानी निकल कर कांवर में जाता है। चौरी के दोनों तरफ दलितों एवं अत्यंत पिछड़े समुदाय के लोग निवास करते हैं। चिमनी के एक तरफ मध्य विद्यालय भोजा है तो दूसरी तरफ दुर्गा स्थान समेत कई अन्य सरकारी भवन बने हैं। खुले मुंह वाले इस चिमनी से निकल रहा विषाक्त धुंआ गांव के 4000 लोगों के नाक से होकर शरीर में प्रवेश कर तरह-तरह की बीमारियां उत्पन्न कर रहा है। आवेदन में कहा गया है कि स्थानीय अंचल प्रशासन एवं राजस्व कर्मचारी की मिलीभगत से चलकी निवासी राम जीवन महतो अवैध रूप से चिमनी भट्ठी का संचालन कर रहा हैं। अधिकारियों से इस संबंध में बार-बार शिकायत की गई। लेकिन बात सुनने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि आवेदन देने के बाद चिमनी संचालक द्वारा ग्रामीणों को तरह-तरह की धमकियां दी जा रही है। थाना पुलिस को भी इस बारे में सारी सूचना दी गई है। जागरण प्रतिनिधि द्वारा अंचल अधिकारी से इस संबंध में पूछताछ करते हीं स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है। खोदावंदपुर थाने की पुलिस ने चिमनी पहुंचकर चिमनी संचालक और ग्रामीणों से पूछताछ की है। अंचल प्रशासन इस बारे में जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दे रहा है।
कहते हैं अंचल अधिकारी : अवैध खनन एवं चिमनी संचालन के संबंध में ग्रामीणों का आवेदन प्राप्त हुआ है। तत्काल ही चिमनी का संचालन बंद करने का आदेश पत्र निर्गत किया जा रहा है। आगे की कार्रवाई के लिए खनन विभाग को लिखा जा रहा है।
सुबोध कुमार, अंचलाधिकारी, छौड़ाही खोदावंदपुर