गंभीरता से करें टेस्टिग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिग, सैंपलिग और कंटेनमेंट जोन का अनुश्रवण : डीएम
बेगूसराय। डीएम अरविद कुमार वर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पूर्व की अपेक्षा अधिक खतरनाक प्रतीत हो रहा है। इसलिए सभी पदाधिकारी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उद्देश्य से किए जाने वाले कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। अगले 15-20 दिन को बेहद अहम बताते हुए उन्होंने अधिकारियों को कोविड-19 की टेस्टिग कॉन्टेक्ट ट्रेसिग कॉन्टेक्ट सैंपलिग एवं कंटेनमेंट जोन के अनुश्रवण को गंभीरता से करने का निर्देश दिया। वे कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के प्रयासों के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक को वीडियो कॉफ्रेंसिग के जरिए संबोधित कर रहे थे। अधिकारियों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए लोगों को प्रेरित करने का निर्देश भी दिया।
बेगूसराय। डीएम अरविद कुमार वर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पूर्व की अपेक्षा अधिक खतरनाक प्रतीत हो रहा है। इसलिए सभी पदाधिकारी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उद्देश्य से किए जाने वाले कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। अगले 15-20 दिन को बेहद अहम बताते हुए उन्होंने अधिकारियों को कोविड-19 की टेस्टिग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिग, कॉन्टेक्ट सैंपलिग एवं कंटेनमेंट जोन के अनुश्रवण को गंभीरता से करने का निर्देश दिया। वे कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के प्रयासों के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक को वीडियो कॉफ्रेंसिग के जरिए संबोधित कर रहे थे। अधिकारियों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए लोगों को प्रेरित करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने सभी डीएसपी को कंटेनमेंट जोन में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया। ताकि कंटेनमेंट जोन के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जा सके। इस दौरान उन्होंने सभी बीडीओ, सीओ एवं थाना प्रभारियों को समन्वय स्थापित कर गहन मास्क चेकिग अभियान चलाने का निर्देश दिया। इसके अलावा सभी एसडीओ एवं डीएसपी को भी मास्क चेकिग अभियान चलाने के साथ-साथ नियमित अंतराल पर कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण करने का निर्देश भी दिया। डीएम ने सार्वजनिक वाहनों व सार्वजनिक कार्यक्रमों के संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन नहीं करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया। सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रमों का आयोजन करने वालों को समन्वय स्थापित कर प्रावधानों की जानकारी देने का निर्देश भी दिया। साथ ही सभी सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिया। बैठक में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बीडीओ से क्षेत्र में एक्टिव मामले एवं कंटेनमेंट जोन की स्थिति की जानकारी उन्होंने ली तथा आशा कर्मी के माध्यम से प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी कराने के लिए विजिट कराने को कहा। इस दौरान किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य खराब होने की स्थिति में तत्काल उस व्यक्ति को होम आइसोलेशन से हटाकर संस्थागत आइसोलेशन केंद्र में भर्ती कर इलाज प्रारंभ करने का निर्देश दिया। 60 वर्ष या उससे अधिक के प्रभावित व्यक्तियों को किसी भी परिस्थिति में होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं देने को कहा। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. बीके झा, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण, आइसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रचना सिन्हा, जिला जन संपर्क पदाधिकारी भुवन कुमार, डीपीएम शैलेशचंद्रा समेत अन्य पदाधिकारी भी शामिल थे।