बिना सदगुरु के मनुष्य का कल्याण असंभव
बेगूसराय। रविवार को बरौनी विनोद भवन के सभागार में एकदिवसीय संतमत सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर प
बेगूसराय। रविवार को बरौनी विनोद भवन के सभागार में एकदिवसीय संतमत सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महर्षि मेही आश्रम के आचार्य महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज, डॉ. स्वामी गुरु प्रसाद, स्वामी सत्यप्रकाश, स्वामी राममूर्ति बाबा एवं स्वामी विनय बाबा के द्वारा प्रवचन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्तुति से की गई। महर्षि हरिनंदन परमहंस जी महाराज ने कहा, मनुष्य को अपने कल्याण के लिए संत सदगुरु के शरण में जाने की आवश्यकता है। बिना सदगुरु के मनुष्य का कल्याण संभव नहीं है। संत सदगुरु के शरण में जाने से मानव का उद्धार हो जाता है व आवागमन के चक्र से छुटकारा मिल जाता है। आवागमन ही दुख का मूल है। मानव धर्म सदगुरु से ही प्राप्त होता है। इन्हें सेवा, त्याग, परोपकार को अपना माध्यम बनाना चाहिए। ताकि ईश्वर की प्राप्ति हो सके। हमें हमेशा मानव कल्याण पर जोर देना चाहिए और किसी की ¨नदा नहीं करनी चाहिए। दीन-दुखियों की सेवा ही असली धर्म है। गिरे हुए व्यक्ति को गड्ढ़े में धकेलने के बजाय उनके दुखों पर मरहम लगाना चाहिए। इस अवसर पर जिला मंत्री गजेंद्र प्रसाद पोद्दार, संजीव गुप्ता, बालेश्वर प्रसाद, मार्केंडेय, रमेश रामुका, उर्मिला देवी, गिरीश देवी, रेणु देवी, ¨बदु देवी, सरिता कुमारी, राज कुमार राम आदि मौजूद थे।