सच को दबाने की हो रही है नाकाम कोशिश : परवेंद्र
बीआर डीएवी स्कूल में छात्रा से यौन शोषण की घटना को पावर से दबाने का प्रयास किया जा रहा है।श्रमिक विकास परिषद आम जनता की मांग पर बिना पीड़िता एवं उसके परिजनों की शिकायत के इस मुद्दे को स्कूल हित में उठाया था। परंतु, बीटीएमयू का एक गुट स्कूल प्रबंधन से सांठगांठ कर मामले को झुठला रहा है।
बेगूसराय। बीआर डीएवी स्कूल में छात्रा से यौन शोषण की घटना को पावर से दबाने का प्रयास किया जा रहा है।श्रमिक विकास परिषद आम जनता की मांग पर बिना पीड़िता एवं उसके परिजनों की शिकायत के इस मुद्दे को स्कूल हित में उठाया था। परंतु, बीटीएमयू का एक गुट स्कूल प्रबंधन से सांठगांठ कर मामले को झुठला रहा है। इससे एसवीपी पीछे नहीं हटने वाला है। हम पूरी ताकत से आंदोलन करते रहेंगे और दोषियों को सजा दिलवाकर रहेंगे। उक्त बातें शुक्रवार को बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप स्थित श्रमिक विकास परिषद के कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए एसवीपी के महामंत्री परवेंद्र कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि पूरे टाउनशिप में रहने वाले घटना से अवगत हैं। परंतु, प्रबंधन के दबाव में पीड़ित पक्ष सामने नहीं आ रहा है। उन्होंने बताया कि ¨प्रसिपल कहती हैं कि दोषी शिक्षक को छुट्टी पर भेजा गया है। जब शिक्षक छुट्टी पर गया है तो फिर उसके क्वार्टर को खाली क्यों करवा लिया गया। 21 अगस्त को मंतोष का क्वार्टर खाली होता है और चार सितम्बर को वह क्वार्टर किसी दूसरे को अलाट कर दिया जाता है। इसका मतलब साफ है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा पूरी घटना पर पर्दा डालने के लिए शिक्षक को यहां से हटाया गया है। हमारा संगठन जिला प्रशासन से दोषी शिक्षक को गिरफ्तार कर रिमांड पर लेने की मांग करता है। इससे पूरा मामला साफ हो जाएगा। महामंत्री ने भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री द्वारा संगठन को लेकर दिए गए बयान का भी खंडन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ से मान्यता प्राप्त यूनियन को हटाने का राइट राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों को है। श्रमिक विकास परिषद फिर से इस मुद्दे पर दस नवम्बर से आंदोलन करने जा रहा है। मौके पर टाउनशिप की निगम पार्षद सुनीता पायल, एसवीपी के नेता अजय कुमार, अमित वर्मा, मो. आलम सहित कई अन्य मौजूद थे।