जिले भर में धूमधाम से मनाया गया रामनवमी पूजनोत्सव
शनिवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों के अलग- अलग क्षेत्रों में भगवान श्री राम का जन्मोत्सव राम नवमी का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया। चैत्र मास के नवमी तिथि को महावीर हनुमान की पूजा अर्चना करने की परंपरा रही है। उसी के तहत शनिवार को नवमी तिथि होने के कारण लगभग सभी देवालयों में एवं अपने अपने घर के आंगन में विधि विधान के साथ भगवान महावीर की पूजा-अर्चना श्रद्धालुओं ने की तथा कच्चे हरे बांस में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हनुमानी ध्वजारोहण किया। एवं उपस्थित लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया।
बेगूसराय : शनिवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों के अलग- अलग क्षेत्रों में भगवान श्री राम का जन्मोत्सव राम नवमी का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया। चैत्र मास के नवमी तिथि को महावीर हनुमान की पूजा अर्चना करने की परंपरा रही है। उसी के तहत शनिवार को नवमी तिथि होने के कारण लगभग सभी देवालयों में एवं अपने अपने घर के आंगन में विधि विधान के साथ भगवान महावीर की पूजा-अर्चना श्रद्धालुओं ने की तथा कच्चे हरे बांस में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हनुमानी ध्वजारोहण किया। एवं उपस्थित लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया।
राम नवमी के कारण सुबह से ही मंदिरों एवं प्रांगण की साफ सफाई की गई। ध्वजा गाड़े जाने वाले जगह पर गोबर से लिपाई पुताई किया गया। इसके पश्चात पंडितों के निर्देशन में हरे कच्चे बांस में पिठार और सिदूर लगा कर तैयार किया गया। तत्पश्चात राम एवं रामभक्त हनुमान की पूजा कर उक्त बांस में महावीरी ध्वज को गाड़ा गया। पुजा अर्चना का यह सिलसिला देर शाम चलता रहा। वहीं यहां के विभिन्न व्यायामशालाओं में भी बाबा महावीर की पूजा कर ध्वजारोहण किया गया। अखाड़ों में पारंपरिक अस्त्र यथा तलबार, बाना, बनेठी, पाटा, ढ़ाल आदि की भी विधिवत पूजा की गई। यहां के महंत रामजीवन दास व्यायामशाला विष्णुपुर, डमरूलाल व्यायामशाला मूंगेरी गंज, चटटी रोड व्यायामशाला, बाघा व्यायामशाला आदि के द्वारा पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र के प्रदर्शन का प्रतियोगिता भी प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। यह प्रतियोगिता सह प्रदर्शन दो या तीन दिनों तक चलता है।
छौड़ाही प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में रामनवमी का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। प्रखंड के विभिन्न ठाकुरबाड़ी, मंदिर, ब्रह्मस्थान आदि देवालयों में रामनवमी पूजा की तैयारी दोपहर बाद शुभ मुहूर्त शुरू होने के साथ ही परवान चढ़ गई। इस दौरान प्रत्येक देवालयों और घरों में ध्वजा स्थापना, हवन और जय श्री राम की स्वर लहरियां गूंजने लगी। इसके साथ ही तुलसी चौरा व अन्य स्थानों पर भी बांस पर आम का पत्ता व कुश की रस्सी आदि लपेटने के साथ ही सिन्दूर और चावल के चौरठ आदि लगाने के साथ ही ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ धर्म पताका स्थापित की गई। इस मौके पर कई जगहों पर गाजे- बाजे और भगवा पताका के साथ लोगों ने ग्राम भ्रमण भी किया। जिसमें शामिल होने के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी। इसके साथ ही लोगों ने घरों में उपवास रखकर पूजा-अर्चना करते हुए रामनवमी में राममय होते रहे।
साहेबपुर कमाल प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र में शनिवार को श्रद्धापूर्वक हनुमत ध्वजारोहन की गई। इस अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालु ध्वजा पूजन करने के लिए बड़े-बड़े बांस ले जाते देखे गए। इस दौरान कई स्थानों पर श्रीराम चरित मानस पाठ एवं हनुमान चालीसा पाठ का भी आयोजन किया गया। मालूम हो कि हनुमत ध्वजारोहन कार्यक्रम प्रखंड के लगभग सभी घरों, मठों, हनुमान मंदिरों एवं देवी स्थलों में श्रद्धालुओं द्वारा की गई। इसके साथ ही सनहा पश्चिम स्थित महंत शैलेन्द्र सिन्हा मठ में हनुमत ध्वज पूजन के साथ भोज का भी आयोजन किया गया।
मंझौल प्रतिनिधि के अनुसार, संत चिदात्मनजी महाराज ने प्रत्येक वर्ष की भांति जयमंगलागढ़ मंदिर में पूजा अर्चना, यज्ञशाला में हवन व ध्वजारोहण किया। इसके अलावे भगवती ज्योनार व प्रसाद वितरण भी किया गया। इस मौके पर संत ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम भारतीय संस्कृति के आधार स्तंभ व धरोहर थे। भगवान श्रीराम प्रेरणा के श्रोत हैं। वो सनातन धर्म एवं संस्कृति की रक्षा, मां गंगा की स्वच्छता व जनजागरण हमारा मूल उदेश्य है। भारत विश्व गुरु था। अध्यात्म का मानव जीवन व शांति में काफी महत्व है। माता जयमंगला का मंदिर काफी पुराना है। वहीं जयमंगलागढ़ में टूरिस्ट पुलिस पोस्ट खोलने के लिए संत ने डीआईजी मनु महाराज को धन्यवाद दिया। उन्होंने जयमंगलागढ़ के विकास की आवश्यकता बताई। इस मौके पर उनके साथ संत रविन्द्र जी महाराज, उतर प्रदेश के संत इंद्र दास नेम्यारण्य, राजस्थान के संत रामदास त्यागी, उषा रानी समेत दर्जनों श्रद्धालु पुरूष व महिला मौजूद थे।
नावकोठी पतिनिधि के अनुसार, मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव रामनवमी प्रखंड क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर नावकोठी, जीतपुर, करैटाड, विष्णुपुर, सैदपुर, देवपुरा, रजाकपुर, ररिऔना, डुमरिया, पीरनगर, गम्हरिया,पहसारा, वभनगामा, महेशवाडा, टेकनपुरा, वृंदावन, डफरपुर, छतौना कमलपुर आदि के ठाकुरबाडियो में, भये प्रकट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी, के साथ राम जन्मोत्सव मनाया गया। इसके अलावे हिन्दू धर्मावलंबियों ने भी अपने-अपने घरों पर भी महावीर जी का पताका वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्थापित कर फहराया। इस दौरान भजन-कीर्तन से वातावरण राममय हो गया।
बछवाड़ा प्रतिनिधि के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र में रामनवमी का पर्व आस्था, विश्वास व भाईचारे के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नौजवानों ने शक्ति जुलूस निकाली। प्रखंड क्षेत्र के रानी तीन पंचायत के रानी गांव स्थित राम जानकी ठाकुरबाड़ी परिसर में से गांव के नौजवानों ने शक्ति जुलूस निकाला। इस दौरान जुलूस राम जानकी ठाकुरबाड़ी से होते हुए जयकारा लगाते हुए चलकर चामुवन, झरिया चौक, रानी सहित पूरे पंचायत का भ्रमण कर ठाकुरबाड़ी पहुंच कर समाप्त हुआ। इस संबंध में राम जानकी ठाकुरबाड़ी रानी के महंत राघवेंद्र दास ने बताया कि रामनवमी का पर्व आपसी भाईचारे का संदेश देती है। आज ही के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। इस मौके पर अमरजीत राय, पूर्व मुखिया अशोक राय, राम पुकार राय, नारायण राय, रामाकांत राय, वीरो राय, पोला राय, बानो राय, विकास कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।