निजीकरण के विरोध में डाक कर्मचारियों ने दिया धरना
निजीकरण के विरोध में डाक कर्मचारियों ने दिया धरना
निजीकरण के विरोध में डाक कर्मचारियों ने दिया धरना
जागरण संवाददाता, बेगूसराय : 20 सूत्री मांगों को लेकर डाक कर्मचारियों ने प्रधान डाक कार्यालय के प्रांगण में एकदिवसीय धरना दिया एवं सरकार के विरोध में नारेबाजी की। प्रांतीय सचिव मनोरंजन सिंह ने धरना पर बैठे कर्मचारी का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर एकदिवसीय धरना दिया गया। डाक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार से लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं। मांगें नहीं पूरी करने पर आगे भी लड़ाई लड़ी जाएगी। कहा, आजादी के अमृत महोत्सव को देखते हुए घर-घर तिरंगा में सहयोग के उद्देश्य डाकघर में राष्ट्रीय झंडा की बिक्री जारी है। उन्होंने कहा कि हम लोगों की मांगों में नई पेंशन नीति को वापस लेकर पुरानी पेंशन नीति लागू करने, डाक विभाग के निजीकरण पर रोक लगाने, सीसीएस कंडक्ट रूल केआर में ट्रेड यूनियन मूवमेंट को कुचलने की कोशिश बंद करने, एनएसपी एक एवं दो की क्षमता को बढ़ाकर लिंक में सुधार करने, सभी खाली पदों को भरने, जीडीएस का विभाग वार बांटने, कोरोना महामारी के दौरान जान गंवाने वाले अगली पंक्ति के डाक कर्मचारियों के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजे का भुगतान करने, रोकी गई 18 माह के महंगाई भत्ते के एरियर का भुगतान करने, सभी संवर्ग में कैडर रिस्ट्रक्चरिंग लागू किया जाए, नोडल डिलीवरी सेंटर को बंद करने, पार्सल को पूर्व की भांति निष्पादित करने, आकस्मिक मजदूर एवं दैनिक मजदूर को विभागीय कर्मचारी का दर्जा देने, डाकघर एवं आरएमएस में भी पांच दिवसीय कार्य व्यवस्था लागू करने जैसी मांगें शामिल हैं। मौके पर अध्यक्ष पी-3, रघुनंदन सहनी, प्रांतीय अध्यक्ष मोहन कुमार, अजीत कुमार, सुशील कुमार, रघुनंदन सहनी, सीटू नेता सुरेश प्रसाद सिंह, मो. इफ्तेखार आलम, अशोक कुमार राय, शंभू चौधरी, भिखारी दास, भगवान प्रसाद, जगदीश ठाकुर, रंजय कुमार, इकबाल नजीर, अनिल कुमार सिंह आदि मौजूद थे।