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चार में मात्र एक अग्निशामक वाहन में बजता है सायरन

श्रीकृष्ण मिश्र, बेगूसराय : गर्मी के समय में आगजनी की घटना काफी बढ़ जाती है। इससे होने वाली क्षति

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 07:03 PM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 07:03 PM (IST)
चार में मात्र एक अग्निशामक वाहन में बजता है सायरन
चार में मात्र एक अग्निशामक वाहन में बजता है सायरन

श्रीकृष्ण मिश्र, बेगूसराय : गर्मी के समय में आगजनी की घटना काफी बढ़ जाती है। इससे होने वाली क्षति को कम करने व बचाव के लिए जिला में अग्निशमन विभाग का कार्यालय खुला हुआ है। परंतु वर्षों से यहां चल रहे अग्निशमन विभाग का कार्यालय सुविधा विहीन है। आज भी यह कार्यालय कृषि विभाग के पुराने जर्जर भवन में चल रहा है। इस कार्यालय में सुविधाओं का घोर अभाव है। जिसके कारण यहां कार्यरत कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मंगलवार को जायजा लेने के क्रम में यहां साफ-सफाई सहित शौचालय व रहने के लिए रूम का अभाव भी देखा गया।

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²श्य 1. समय 11.15 बजे सुबह। स्थान- अग्निशमन विभाग का जिला कार्यालय। कृषि विभाग के पुराने भवन में चल रहे इस कार्यालय भवन के एक रूम में अग्नि शमालय पदाधिकारी का कक्ष बना हुआ है। पदाधिकारी अभी अपने कक्ष में नहीं हैं। बरामदा पर एक टेबल व उसके दो तरफ दो कुर्सियां लगी हुई है। एक कुर्सी पर विभाग के हवलदार बैठे हुए हैं। जबकि दूसरी कुर्सी पर लुंगी-गंजी पहने हुए एक चालक बैठा हुआ है। एक कर्मी वर्दी में बरामदा पर खड़ा है। बरामदा पर तीन छोटा-छोटा बेड और उस पर मच्छरदानी लगी हुई है। एक कर्मी गंजी और पायजामा में बेड पर बैठा हुआ है।

एक रूम में लगा है सात बेड : भवन के एक रूम में सात छोटा-छोटा बेड लगा हुआ है। एक बेड पर बैठकर एक कर्मी मोबाइल पर कुछ देख रहे हैं। जबकि एक कर्मी दो बेड के बीच में छोटा गैस सि¨लडर जलाकर खाना बना रहे हैं। तीन-चार अन्य कर्मी भी एक बेड पर बैठे हुए हैं। संवाददाता के फोटो लेने पर एक कर्मी कहते हैं कि यहां हमलोगों का ¨जदगी बेकार हो गया है। बरामदा पर भी खाना बनाने के लिए एक छोटा सि¨लडर व खाना बनाने का बर्तन रखा हुआ है।

परिसर में लगा है चार बड़ा व दो छोटा वाहन : कार्यालय परिसर में चार बड़ा अग्निशामक वाहन एवं दो वाटर मिस्ट यूनिट वाहन खड़ा है। खड़ा चार बड़े वाहनों में से सिर्फ एक में सायरन लगा हुआ है। तीन बड़े वाहन में सायरन भी लगा हुआ नहीं है। जबकि आपातकालीन सेवा वाले इन वाहनों में सायरन का होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें से दो वाहनों का हाल जर्जर है। किसी का बॉडी टूटा हुआ है, तो किसी का टायर कमजोर है। यहां मौजूद हवलदार ने बताया कि इस कार्यालय में बड़े पांच अग्निशामक वाहन हैं। जिसमें से एक के खराब हो जाने के कारण ठीक कराने के लिए भेजा गया है।

पानी की व्यवस्था : आग बुझाने के लिए वाहनों में पानी भरने की व्यवस्था इस कार्यालय परिसर में नहीं है। पानी भरने का कार्य काली स्थान चौक के समीप, बाघा मिलन चौक के समीप व पुलिस लाइन में किया जाता है। मौजूद हवलदार बताते हैं कि यहां पानी से भरा वाहन खड़ा रखा जाता है। ताकि सूचना मिलते ही चालक गाड़ी लेकर निकल जाएं। लौटते वक्त उक्त स्थानों पर वाहन में पानी भर लिया जाता है।

बात कर्मियों की : इस विभाग में कार्यरत अधिकारी व कर्मियों की बात करें तो यहां एक अग्नि शमालय पदाधिकारी, एक हवलदार, एक प्रधान अग्निक, 13 फायर मैन कार्यरत हैं। जबकि इस कार्यालय के लिए पदाधिकारी के अलावा चार हवलदार, एक स्टेशन आफिसर, 25 फायर मैन एवं पांच चालक का पद स्वीकृत है। खास बात यह कि इस कार्यालय में विभाग का सिर्फ एक कार्यरत है। शेष चार चालक पर्यटन विभाग से उधार लेकर काम चलाया जा रहा है।

कार्यालय के आगे जमा रहता है गंदा पानी : अग्निशमन विभाग के इस कार्यालय के सामने बड़ा गड्ढ़ा है। जिसमें सालोभर गंदा पानी जमा रहता है। पानी जमा रहने व सड़ जाने के कारण इस पानी से दुर्गंध निकलता रहता है। साथ ही मच्छरों से भी यहां रहने वाले कर्मी काफी परेशान रहते हैं। इस भवन में एक छोटा सा जर्जर शौचालय भी है। परंतु शौचालय के टंकी के बेकार हो जाने के कारण शौच खुले में बहता है। यहां शौचालय की साफ-सफाई की भी पुख्ता व्यवस्था नहीं है। रहने वाले कर्मी खुद के खर्च पर कभी-कभी शौचालय साफ करवाते हैं। यहां पर्यटन विभाग के कार्यरत कर्मियों का हाल यह है कि उन्हें पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिला है। जबकि इन कर्मियों को महज दस हजार तीन सौ रूपये वेतन दिया जाता है।

बोले कर्मी : कार्यालय में मौजूद कर्मियों ने कहा कि जगह के अभाव के कारण एक ही रूम में सात बेड लगाया गया है और एक बेड पर दो-दो कर्मी सोने के लिए विवश हैं। कार्यालय के सामने गंदा पानी जमा रहने के कारण मच्छरों का प्रकोप झेलना पड़ता है। सूचना व शिकायत के बाद भी नगर निगम द्वारा छिड़काव तक नहीं कराया गया है। कहा, किसी तरह यहां समय काटना पड़ रहा है।

बोले अधिकारी : यहां मौजूद विभाग के हवलदार ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से विभाग का नया भवन बन रहा है। अब तैयार होने की स्थिति में है। यहां रह रहे कर्मियों को परेशानी है। परंतु नया भवन में जाने के बाद समस्या खत्म हो जाएगी।


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