सिमरिया गंगा नदी तट पर मुंडन संस्कार को ले उमड़ी भीड़
मिथिला की तपोभूमि तपोस्थली व मोक्षदायिनी सिमरिया गंगा नदी तट पर बुधवार को मुंडन संस्कार को लेकर सैकड़ों लोगों की भीड़ अहले सुबह से उमड़ने लगी।
बेगूसराय। मिथिला की तपोभूमि तपोस्थली व मोक्षदायिनी सिमरिया गंगा नदी तट पर बुधवार को मुंडन संस्कार को लेकर सैकड़ों लोगों की भीड़ अहले सुबह से उमड़ने लगी। श्रद्धालुओं की भीड़ देर शाम तक जमी रही। सिमरिया के तीर्थ पुरोहित रामशंकर झा ने बताया कि इस वर्ष अबतक मुंडन संस्कार में इतनी भीड़ नहीं देखी गयी थी। इस दौरान सिमरिया गंगा घाट का पूरा इलाका मधुर पारम्परिक व लोकगीत गीतों से गूंज उठा। महिलाओं के द्वारा गाये जा रहे मांगलिक गीत बौआ की मौसी हजमा तोरे देवो रे, हजमा रे धीरे-धीरे काटिहैं बौआ के केस कि बौआ बर दुलार छै, बौआ के घूंघरल-घूंघरल केश समेत अन्य गीतों से पूरा सिमरिया घाट गूंज रहा था। बैंड-बाजा, आर्केष्ट्रा, कड़क धूम, डीजे एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पूरे दिन धूम मची रही। सिमरिया गंगा घाट में उमड़ी भीड़ को लेकर पूरे दिन होटल वालों की चांदी रही। एक भी होटल खाली नहीं था।
इधर घंटों इंतजार करने के बाद लोगों को होटल में खाने का सामान नहीं मिल रहा था। वाहनों की भीड़ व लोगों की भीड़ की वजह से एन एच 31 पर रूक-रूक कर जाम लगता रहा। जीरोमाइल इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार, बरौनी बीडीओ सुनील कुमार, सीओ अजय राज, चकिया ओपी प्रभारी सुमित कुमार, सअनि अनिल कुमार, मेला प्रभारी संजय झा पुलिस बल के द्वारा मेला क्ष्ेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। लोग पार्किग स्थल से पैदल गंगा तट गये और आये। गंगा नदी में गोताखोर अनिल निषाद व एसडीआरएफ जवानों के द्वारा मोटर बोट से गश्त करते रहे। वहीं खोया-पाया केन्द्र पर गोरेलाल ¨सह के द्वारा खोये बच्चों व अन्य लोगों को मिलाने का काम करते रहे।