थम नहीं रहा महुआ शराब बनाने का सिलसिला
बेगूसराय। शराबबंदी कानून के कड़े प्रावधानों के बावजूद अवैध रूप से महुआ शराब बनाने व बेचने का धंधा बखर
बेगूसराय। शराबबंदी कानून के कड़े प्रावधानों के बावजूद अवैध रूप से महुआ शराब बनाने व बेचने का धंधा बखरी क्षेत्र में लगातार जारी है। वर्षों से शराब पीने के आदि लोग कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। मोटी कमाई की लालच में पुराने धंधेबाजों का धंधा बदस्तूर जारी है। अब कीमतों में भारी इजाफा हो गया है। यहां शराब बनाने वालों के लिए सारे नियम कानून थाने तक ही सीमित है। अनुमंडल मुख्यालय को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर बसे गांवों खखरुआ, पचैला चौर, लौछे, सिमाना, गोढ़ीहारी के कई घरों में शराब बनाई और बेची जाती है। यहां शाम ढलते शराब की बिक्री खुलेआम होने लगती है। स्थानीय लोग इससे ऊब चुके हैं और लगातार पुलिस को सूचना दे रहे हैं। बावजूद पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई नहीं होने और कुछ वर्दीधारियों के समर्थन से शराब बनाने और बेचने का खेल चल रहा है।
पासवान टोला में विरोध करने पर हुई थी युवक की हत्या : गत 14 जनवरी की देर रात बखरी के वार्ड 17 स्थित पासवान टोला में शराब बनाने का विरोध करने पर शराब धंधेबाज उपेंद्र पासवान ने अपने रिश्ते के भतीजे पंकज पासवान के 16 वर्षीय पुत्र सचिन कुमार की छुरी मार कर हत्या कर दी। परिजन ने घटना के दूसरे दिन आरोपियों का घर भी उजाड़ दिया था लेकिन पुलिस ने इस मामले से ही शराब की चर्चा गायब कर दी।
बदल दी गई थी एफआइआर : स्थानीय पुलिस पर आवेदन बदलने का आरोप लगा था। परिजन ने आवेदन में महुआ शराब बनाने का विरोध करने पर हत्या की बात लिखी थी लेकिन पुलिस ने महुआ शराब बनाने का विवाद हटाकर दूसरा आवेदन मुंशी से लिखवा केस दर्ज कर लिया। इससे लोग आक्रोशित हो गए और सड़क जाम कर हत्यारोपित के घर तोड़फोड़ व लूटपाट की थी। इसके बावजूद इस घटना से शराब की चर्चा अब भी गायब है। ज्ञात हो कि उक्त गांव से होकर आने जाने वाले कई आला अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व आमजनों को शराब की गंध अपनी मौजूदगी का एहसास कराती है लेकिन सभी इसे नजरअंदाज कर आगे बढ़ जाते हैं।