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आक्रोश देख भागकर कार्यालय में छिपे मुख्य पार्षद पति

नगर पंचायत बखरी का छठा स्थापना दिवस काफी अफरातफरी भरा और हंगामेदार रहा। एक ओर मुख्य पार्षद दूसरे पार्षदों के साथ वर्षगांठ की तैयारी कर रही थीं तो दूसरी ओर तीन महीने से मजदूरी नहीं मिलने से नाराज नगर के सफाई कर्मचारी मंगलवार से हड़ताल पर चले गए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 09:37 PM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 09:37 PM (IST)
आक्रोश देख भागकर कार्यालय में छिपे मुख्य पार्षद पति
आक्रोश देख भागकर कार्यालय में छिपे मुख्य पार्षद पति

बेगूसराय । नगर पंचायत बखरी का छठा स्थापना दिवस काफी अफरातफरी भरा और हंगामेदार रहा। एक ओर मुख्य पार्षद दूसरे पार्षदों के साथ वर्षगांठ की तैयारी कर रही थीं तो दूसरी ओर तीन महीने से मजदूरी नहीं मिलने से नाराज नगर के सफाई कर्मचारी मंगलवार से हड़ताल पर चले गए। इस क्रम में मजदूरों ने सुबह नगर कार्यालय के सामने भारी बवाल काटा और मजदूरी के अविलंब भुगतान की मांग करते हुए सफाई कार्य ठप कर धरना पर बैठ गए।

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दोपहर बाद हालात हुए बेकाबू, सुरक्षा के लिए बुलानी पड़ी पुलिस

वर्षगांठ और मजदूरों की हड़ताल के बीच दोपहर बाद हालात बेकाबू हो गए। दरअसल मुख्य पार्षद सरिता साह के पति पप्पू साह धरना पर बैठे मजदूरों से बातचीत करने पहुंचे थे। इसी बीच दोनों पक्षों में तीखी नोंक-झोंक हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। तब मुख्य पार्षद पति को भागकर कार्यालय में छिपने पर मजबूर होना पड़ा। मजदूरों ने कार्यालय पर चढकर भारी बवाल काटा तथा हो हंगामा किया। मजदूरों के आक्रोश को देखते हुए कुछ समय के लिए पार्षदों को कार्यालय में ही नजरबंद होना पड़ा। हालात को बिगड़ते देख सिविल एसडीओ और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस के आने के बाद स्थिति सामान्य हो सकी। मजदूरों का कहना था कि मुख्य पार्षद के पति ने उनलोगों के साथ अभद्र व्यवहार और भाषा का प्रयोग किया। जिसका उनलोगों ने विरोध किया। जबकि मुख्य पार्षद पति का कहना है कि उन्होंने मजदूरों से सभ्य भाषा में बात कर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे। तभी वे लोग उग्र हो गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो गए।

क्या है मामला

धरने पर बैठे सखीचंद मल्लिक, ज्योतिष, राजकुमार मल्लिक, रंजीत मल्लिक, मोहम्मद मोनाजिर, संतोष राउत, शक्ति राउत, कुनमा देवी, सुनीता देवी आदि सफाई कर्मियों ने बताया कि तीन महीने से उनलोगों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। और अब चौथा महीना चल रहा है। नगर की सफाई कार्य में लगे सभी मजदूर निहायत ही गरीब हैं। मजदूरी ही उनकी रोजी-रोटी का एकमात्र साधन है। मजदूरी नहीं मिलने से उनलोगों के समक्ष जीवन यापन का संकट पैदा हो गया है। ईद, बकरीद और रक्षाबंधन जैसे पर्व त्यौहार के मौके पर भी वे अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं। पैसे के अभाव में दुकानदारों ने अब उनका राशन पानी भी बंद कर दिया है। जिससे उनके सामने रोटी के लाले पड़ गए हैं। मजदूरी के सवाल पर उनलोगों ने पहले भी कई बार आंदोलन किया। कार्यालय ने हर बार जल्द भुगतान का आश्वासन दिया। परंतु, उस पर अमल नहीं किया गया। मजदूरों ने आरोप लगाया कि नगर प्रशासन उनलोगों से काम तो लेता है परंतु, उनकी सुख सुविधा का कोई ध्यान नहीं रखता है। मजदूरों ने बताया कि नगर के सफाई कर्मी सागर मल्लिक की लंबे इलाज के बाद टिटनस बीमारी से मौत हो गई। परंतु, नगर प्रशासन ने उसकी कोई सुधि नहीं ली। पैसे के अभाव में अशरफी मल्लिक के एकलौते पुत्र की टायफायड से मौत हो गई। लेकिन नगर कार्यालय ने उनकी कोई मदद नहीं की। हारकर अशरफी ने यहां काम करना ही छोड़ दिया। मजदूरों ने बताया कि इस बार मजदूरी के भुगतान होने तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इधर पूछे जाने पर कार्यपालक पदाधिकारी ललित झा ने बताया कि अभी राशि उपलब्ध नहीं है। उपलब्ध होते ही भुगतान कर दिया जाएगा। नगर पंचायत कार्यालय में मना स्थापना दिवस

संवाद सहयोगी, बखरी (बेगूसराय) : बखरी नगर पंचायत के छठे स्थापना दिवस के मौके पर नपं कार्यालय में समारोह का आयोजन किया गया। अध्यक्षता करते हुए मुख्य पार्षद सरिता साह ने कहा कि नगर पंचायत विकास के पथ पर अग्रसर है। छह वर्षों के कार्यकाल में नगर प्रशासन आमलोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील होने के साथ साथ उनके निराकरण करने को हमेशा प्रयत्नशील है। उप मुख्य पार्षद संजय ¨सह ने विकास का ताना बाना प्रस्तुत करते हुए कहा कि आने वाले समय में बखरी स्वच्छता के मामले में बिहार में नजीर प्रस्तुत करेगा। नगर लेखा समिति के अध्यक्ष पार्षद सिधेश आर्य के अनुसार लंबे संघर्ष के बाद नगर पंचायत का गठन हुआ था। चुनाव संपन्न होने के बाद भी इसके लिए उच्च एवं उच्चतम न्यायालय में कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी। आज छह वर्षों के बाद हमें आत्म¨चतन भी करना पड़ेगा कि हम जनाकांक्षाओं पर कितना खड़ा उतर पाए हैं।शहर के बंद पड़े लाइट तथा शहर का विकास हमारे सामने चुनौती बनी हुई है। पार्षद नीरज नवीन ने शहर की ध्वस्त हो चुकी सफाई व्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा कि स्थापना दिवस की सार्थकता तभी होगी जब शहर साफ सुथरा एवं स्वच्छ रहेगा।कार्यक्रम को सशक्त स्थाई समिति के सदस्य प्रवीण कुमार जय, पार्षद सुबोध सहनी, मोहम्मद सोहैल, संगीता राय, रीता देवी, मंजू देवी सहित संतोष साह, मो. शम्स तबरेज, अलीराज, मो. शमीम ने संबोधित किया। मौके पर पूर्व पार्षद व उच्च न्यायालय में याचिकाकर्ता मो. मौसुक को सम्मानित किया गया।


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