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सिमरिया तट पर दशाश्वमेघ घाट के पंडितों ने की गंगा महाआरती

बेगूसराय। हे भागीरथी हम दोष भरे हैं, भरोष यही की पड़ोस तिहारे, देवी सुरेश्वरी भगवती गंगे सहित अन्य भज

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 03:06 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 03:06 PM (IST)
सिमरिया तट पर दशाश्वमेघ घाट के पंडितों ने की गंगा महाआरती
सिमरिया तट पर दशाश्वमेघ घाट के पंडितों ने की गंगा महाआरती

बेगूसराय। हे भागीरथी हम दोष भरे हैं, भरोष यही की पड़ोस तिहारे, देवी सुरेश्वरी भगवती गंगे सहित अन्य भजन के साथ गंगा आरती का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित करते हुए एसपी अवकाश कुमार, स्वामी चिदात्मन जी महाराज, एएसपी मनोज कुमार तिवारी, एएसपी अभियान अमृतेश कुमार, सदर एसडीओ संजीव कुमार चौधरी ने किया। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान एसपी अवकाश कुमार ने कहा कि आस्था का अद्भुत संगम सिमरिया कल्पवास मेला है। कल्पवासी घर के सुख चैन छोड़कर एक माह तक सिमरिया गंगा नदी तट किनारे तपस्या करते हैं। आस्था के साथ भगवान की सेवा भक्ति में लीन रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस अद्भुत क्षण को पाकर हम गौरवान्वित हैं। बेगूसराय जिला पुलिस की तरफ से एक दिन गंगा महाआरती की जाएगी। मौके पर आगत अतिथियों के द्वारा सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ के द्वारा रचित महाकुंभ योग दर्शन पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया। आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कुंभ सेवा समिति के महासचिव सह विधान पार्षद रजनीश कुमार ने कहा कि मिथिला की पवित्र भूमि सिमरिया धाम में कुंभ सेवा समिति के द्वारा विगत वर्ष 2011 से लगातार आध्यात्मिक व स्वच्छता सरोकार के साथ कार्य की जा रही है। उन्होंने बताया कि गंगा महाआरती आगामी 24 नवंबर तक चलेगा। 24 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन भव्य देव दीपावली का आयोजन भी किया जाएगा। मौके पर मिथिला की परंपरा के अनुसार कुंभ सेवा समिति व सर्वमंगला काली धाम की ओर आगत अतिथियों को चादर व पाग पहनाकर स्वागत किया गया। गंगा महाआरती के मुख्य यजमान तन्मय ¨सह सहित सभी आगत अतिथियों ने आरती पीठ से गंगा महाआरती किये। वाराणसी के पंडितों द्वारा भव्य गंगा महाआरती

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वाराणसी काशी गंगोत्री सेवा समिति बड़ी शीतला मंदिर दशाश्वमेध घाट के सात विद्वान पंडित राम मणि शर्मा, उपेन्द्र त्रिपाठी, राजमन पांडेय, दीपनारायण मिश्रा, कपिल शुक्ला, वीरु तिवारी, महेंद्र तिवारी के द्वारा गंगा महाआरती व गायन सुजान शर्मा, तबला वादन कृष्ण शर्मा शामिल है। वाराणसी के पंडितों के द्वारा सात प्रकार की आरती की जाती है। जिसके तहत दीप, अगरबत्ती, धूप, झाड़, कपूर, पुष्पों, मोर पंख, चमड़ से आरती की जाती है।

आगत अतिथियों का स्वागत करते कुंभ सेवा समिति के संयोजक विश्व रमण ¨सह उर्फ संजय ¨सह, अध्यक्ष डॉ. नलिनी रंजन ¨सह, उपाध्यक्ष प्रो. अशोक ¨सह अमर, रविन्द्र ब्रह्मचारी, आभा ¨सह, डॉ. बलवन कुमार, राजू भैया, पूर्व मेयर संजय कुमार, बरौनी बीडीओ सुनील कुमार, सीओ अजय राज, नीलमणि, सहायक विधुत अभियंता सुशील कुमार, कनीय विधुत अभियंता विजय कुमार, चकिया ओपी प्रभारी सुमित कुमार सहित अन्य मौजूद थे।


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