जान बचाने के लिए भिक्षाटन कर रहे हैं दोस्त
बेगूसराय। नगर पंचायत के वार्ड-नौ निवासी गणेश केसरी के 20 वर्षीय पुत्र और इंटर के छात्र कुदंन केसरी क
बेगूसराय। नगर पंचायत के वार्ड-नौ निवासी गणेश केसरी के 20 वर्षीय पुत्र और इंटर के छात्र कुदंन केसरी का समुचित इलाज पैसे के अभाव में नहीं हो पा रहा है। कुंदन गरीब परिवार से है। 27 जनवरी की देर रात छत से गिरने की वजह से उसकी रीढ़ की हड्डी टूटने के साथ ही गर्दन के पास की नस क्षतिग्रस्त होने के कारण उसके शरीर ने काम करना बंद कर दिया है। इलाज के अभाव में वह इन दिनों जिदगी और मौत से जूझ रहा है। अगर समय रहते उसका इलाज नहीं हुआ तो कुंदन की जान तक जा सकती है। दरअसल, पीएमसीएच के डॉक्टरों ने उसकी जिदगी बचाने के लिए परिजन को मुंबई, नई दिल्ली, बैंगलुरु के बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों से मिलने की सलाह दी है। उसके इलाज पर 25 लाख रुपये से अधिक के खर्च का अनुमान है। इससे अलग कुंदन के माता-पिता दाने-दाने को मोहताज हैं। ऐसे में भला वह अपने बेटे के इलाज के लिए लाखों रुपए कहां से लाएंगे। यह चिता पूरे परिवार को खाये जा रही है। पिता गणेश केसरी ने बताया कि वो किसी तरह काम कर अपना जीवन गुजर-बसर करने वाले लोग हैं। हमलोगों की बची-खुची कमाई भी अपने पुत्र के इलाज में खत्म हो गई है। अब और पैसा नहीं रहने पर समुचित इलाज नहीं करा पा रहे हैं। पैसा नहीं रहने पर पीएमसीएच से तीन दिन पहले कुंदन को घर ले आए हैं। उन्होंने बताया कि कुदंन कुमार ने महंत भरत दास इंटर महाविद्यालय से 2019 में इंटर का परीक्षा का फार्म भरा था लेकिन बीमारी के कारण वो परीक्षा नहीं दे पाया था। इस दौरान उसकी बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती ही चली गई। पहले खुद सौ-सौ दिए, अब उतरे सड़क पर : कुंदन के दोस्त अनुभव आनंद ने बताया की कुंदन के पापा गरीब हैं। उसके इलाज के लिये उन्हें लाखों रुपये की जरूरत है। हम 25 दोस्तों ने सौ-सौ रुपये जमा किए हैं। लेकिन ये बहुत कम है। दोस्त राहुल आर्य ने बताया की इतनी कम रकम से कुछ भी नहीं होगा। इसलिये हमसब ने मिलकर सड़कों पर भिक्षाटन करने की योजना बनाई और शहर की विभिन्न सड़कों पर उसके इलाज के लिए लोगों से मदद मांग रहे हैं। इस अभियान में सोनू कुमार, सुमित पोद्दार, आकाश जायसवाल, धनश्याम गुप्ता, गुड्डू तांती, सत्यम पोद्दार, सियाराम तांती, प्रिस आलम, समीर आलम, मनीष, दुर्गेश सिंह, विवेक कुमार, शिवम कुमार आदि शामिल हैं।