इंटर परीक्षा : किसी भी सूरत में एक बेंच पर नहीं बैठेंगे चार परीक्षार्थी
पिछले वर्ष इंटरमीडिएट परीक्षा में हुए कदाचार और बिगड़ी बोर्ड की छवि को सुधारने में इस बार पूरा प्रशासनिक तंत्र जुट गया है।
बेगूसराय। पिछले वर्ष इंटरमीडिएट परीक्षा में हुए कदाचार और बिगड़ी बोर्ड की छवि को सुधारने में इस बार पूरा प्रशासनिक तंत्र जुट गया है। प्रतिदिन परीक्षा को कदाचारमुक्त आयोजित करने को लेकर अलग-अलग स्तर की बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को भी राज्य से बोर्ड के अध्यक्ष और सचिव ने जिला के तमाम अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रें¨सग कई सख्त हिदायतें जारी की।
शिक्षा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बोर्ड के अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि एक बेंच पर दो से अधिक परीक्षार्थी को न बैठाएं, अगर परिस्थिति गंभीर होती है, और जगह या दूसरी समस्या सामने आती है, तभी एक बेंच पर तीन परीक्षार्थी को बैठाएंगे। किसी भी सूरत में एक बेंच पर चार परीक्षार्थी नहीं बैठाए जा सकते। वहीं, परीक्षा ड्यूटी में वीक्षकों शपथ पत्र देना होगा कि उनके कक्ष में किसी परीक्षार्थी के पास किसी तरह का कोई चिट-पुर्जा, मोबाइल या परीक्षा के अलावा अन्य कोई सामग्री नहीं है। अगर जांच के दौरान किसी परीक्षार्थी के पास कोई चिट-पुर्जा पाया जाता है तो परीक्षार्थी के साथ-साथ वीक्षक और केंद्राधीक्षक पर भी कार्रवाई की जाएगी। इधर, डीपीओ माध्यमिक महेंद्र पोद्दार ने बताया कि इस बार इंटर-मैट्रिक की परीक्षा में किसी बाहरी शिक्षक को वीक्षक नहीं बनाया जाएगा। अगर माध्यमिक में शिक्षकों की किल्लत होगी तो, मध्य या प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को भी ड्यूटी में लगाया जाएगा।