बच्चे का मौलिक अधिकार है खेल : ईडी
बेगूसराय। बच्चे और बचपना यह दो ऐसी यादें हैं, जिसे हम ¨जदगी भर नहीं भूल पाते। इन दिनों में
बेगूसराय। बच्चे और बचपना यह दो ऐसी यादें हैं, जिसे हम ¨जदगी भर नहीं भूल पाते। इन दिनों में किए गए काम, मेहनत और छोटी-छोटी सफलता ¨जदगी के सबसे बड़ी सफलताओं पर भी बड़े और कामयाब लगते हैं। उसका मूल कारण है कि बचपन ¨जदगी की पहली किताब होती है, उसमें दर्ज हर पल हर लम्हा काफी खास होता है। परंतु, वर्तमान समय को देख कर ऐसा लगता है कि अभिभावक बच्चों के संपूर्ण विकास को सिर्फ बेहतर शिक्षा और कड़ी मेहनत को ही मान बैठे हैं। मेरा मानना है कि बच्चों को किताबी कीड़ा बनाने के बजाए, उसे कुछ उसके हिसाब से भी जीने की छूट मिलनी चाहिए। उसकी पढ़ाई के साथ-साथ उसके खेल पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए, जितना स्कूल भेजने और ट्यूशन पर बैठाने पर ध्यान दिया जाता है। उक्त बातें मंगलवार को बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता का उदघाटन करने के पश्चात बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक वीके शुक्ला ने कहीं। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा के लिए बेहतर शरीर यानी स्वस्थ मस्तिष्क और स्वस्थ मस्तिष्क के लिए खेल कूद काफी अहम होता है। ईडी ने बीआर डीएवी प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यालय प्रबंधन को मैं शुरू से देख रहा हूं कि यह काफी ऊर्जा के साथ बच्चों के संपूर्ण विकास में लगे रहते हैं। यह काफी सराहनीय है। इससे पूर्व ईडी एवं अन्य अतिथियों ने खेल मशाल रौशन किया। जिसे क्षेत्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता रहीं अंजली एवं फुटबाल टीम के कप्तान विकास मल्लिक लेकर पूरे खेल ग्राउंड का चक्कर लगाया। विद्यालय की प्राचार्य सह एआरडी मिस अंजली ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बच्चों के विभिन्न टीमों से अतिथियों का परिचय करवाया। प्राचार्य ने बताया कि बच्चों के बीच जंगल सफारी रेस, माडल रेस, कंगारू बैक रेस, पुट आ शूज रन रेस, दौड़, स्लो साइकि¨लग, मै¨चग कार्ड, पेपर रेस, स्टेट कैपिटल रेस सहित अन्य प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में सफल प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मौके पर रिफाइनरी के जीएम तकनीकी सेवा आर मानवी, सीआरपीएफ के उपमहानिरीक्षक शिव कुमार ¨सह सहित विभिन्न डीएवी के ¨प्रसिपल और सभी शिक्षक मौजूद थे।