श्रीराम ने बाल-लीलाओं से समाज में की समरसता स्थापित: आचार्य दयानंद स्वामी
बेगूसराय। जदयू राज्य परिषद सदस्य राजेश कुमार के दिशा-निर्देश में पुरातन ध्यान योग आश्रम के बैनर तले
बेगूसराय। जदयू राज्य परिषद सदस्य राजेश कुमार के दिशा-निर्देश में पुरातन ध्यान योग आश्रम के बैनर तले नौ दिवसीय श्रीराम कथा के छठे दिन मंगलवार को कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। ज्ञान मंच से कथावाचक आचार्य दयानंद स्वामी जी महाराज ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र का बखान करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम ने बाल लीलाओं के माध्यम से समाज में समरसता स्थापित करने का काम किया। वेदों में कहा गया है कि आचार्य, माता-पिता सभी देव तुल्य हैं। इनकी सेवा कर भी मानव अपने आपको धन्य कर सकता हैं। भगवान के चरित्र का अनुसरण कर समाज का कल्याण किया जा सकता है। कथा आरंभ करने से पूर्व अयोध्या से आये पंडित और आचार्यो के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ समस्त क्षेत्र के कल्याण के लिए पूजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में कलश यात्रा में शामिल सभी कुमारी कन्याएं नित्य सुबह-शाम कथा स्थल पर स्थापित कलश की पूजा-अर्चना करती हैं। वहीं, व्रती विनोद कुमार ¨सह के द्वारा ज्ञान मंच की पूजा-अर्चना और आरती करने के बाद कथा आरंभ की जाती है। कथा समाप्ति के बाद शाम में आयोजक राजेश कुमार श्रद्धालु श्रोताओं के बीच प्रसाद का वितरण करते हैं। मौके पर जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिला प्रवक्ता महेश राय, शिक्षाविद रामकुमार राय, अनिल पोद्दार, उपमुखिया रामविनय पासवान, शिवव्रत ¨सह, भुनेश्वर ¨सह, रंजीत कुमार ¨सह, सुभाष चौधरी, सोनेलाल ¨सह आदि मौजूद थे।