ठंड का सितम, शीतलहर से जनजीवन हुआ अस्तव्यस्त
बेगूसराय। ठंड का कहर सोमवार को भी जारी रहा। आसमान में बादल और कुहासा के लगातार चौथे दिन छाए रहने के कारण कुछ देर के लिए सूर्यदेव के दर्शन जरूर हुए परंतु सूर्यताप शून्य रहा।
बेगूसराय। ठंड का कहर सोमवार को भी जारी रहा। आसमान में बादल और कुहासा के लगातार चौथे दिन छाए रहने के कारण कुछ देर के लिए सूर्यदेव के दर्शन जरूर हुए, परंतु सूर्यताप शून्य रहा। बर्फीली पछुआ हवा और कुहासा मानने को तैयार नहीं है। आठ से 10 किलोमीटर की रफ्तार से बह रही पछुआ हवा के साथ कुहासा लोगों को सर्द करती रही। सोमवार को अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। इस हाड़ कंपने वाली कोल्ड डे से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग फिलहाल ठंड से राहत के कोई संकेत नहीं दे रहा है। हालांकि बुधवार के बाद मौसम में सुधार के संकेत हैं।
तापमान लगा रहा गोता
सोमवार को अधिकतम तापमान 14 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। लगातार एक सप्ताह से दिन के तापमान के सामान्य से छह-सात डिग्री कम रहने के कारण शीतलहर यानी कोल्ड डे रह रहा है। विगत पांच दिनों का तापमान निम्नलिखित है।
दिन अधिकतम न्यूनतम
गुरुवार 18.00 07.00
शुक्रवार 16.05 06.00
शनिवार 14.05 05.00
रविवार 16.00 08.00
सोमवार 14.00 06.00 नोट : तापमान डिग्री सेल्सियस में, पछुआ हवा की गति अधिकतम 10 किलोमीटर प्रति घंटा रिकॉर्ड की गई।इस दौरान वातावरण में नमी 95 प्रतिशत दर्ज हुई जनजीवन प्रभावित
तापमान के तेजी से लुढकने एवं लगातार मौसम के सर्द रहने के साथ ही ठंड ने अपना जलबा दिखाना प्रारंभ कर दिया है। बढी ठंड के कारण लोग घरों में कैद हैं। हवा ऐसी कि दिन के 12 बजे भी शरीर में पूरे कपड़े रहने पर कनकनी लग रही थी। 12 बजे दिन में भी ग्रामीण इलाकों में घना कुहासा छाया रहा। इससे दिन में भी लोग अलाव के सहारे ठंड से बचने का उपक्रम कर रहे थे। वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही थी। रविवार शाम से छाए घने कुहासे के कारण वाहन सड़क किनारे लगाकर मौसम साफ होने की प्रतीक्षा में थे। दोपहर बाद ही यातायात सुचारू हो सका। सुबह एवं रात में लग रहे घना कुहासा मौसम को और सर्द कर रखा है।
बरतें सावधानी हो जाएंगे बीमार
डॉ. संजीव कुमार पोद्दार बताते हैं कि सर्दी, खांसी एवं ठंड जनित बीमारियों से परेशान लोगों की तादाद अस्पतालों में ज्यादा दिख रही है। शीतलहर व न्यूनतम तापमान में लोग पूरे बदन के कपड़े पहनें। पीने एवं स्नान में गर्म पानी का प्रयोग करें। अलाव का सेवन करें एवं ज्यादा बीमार पड़ने पर चिकित्सकों की सलाह से दवा का सेवन करें ।
पशु चिकित्सक डॉ. गणेश कुमार महतो बताते हैं कि इस ठंड में पशुओं को बहुत तकलीफ होती है। पशुपालक पशुओं को ज्यादातर बाहर बांधते हैं, जिससे ठंड लग जाता है। शाम ढलने से पहले बथान में पशुओं को बांध दें। बांधने के स्थान को साफ सुथरा रखें, अलाव जलाकर बथान को गरम रखें। पशुओं को ताजा स्वच्छ या हल्का गुनगुना पानी दें। पानी में हल्का नमक की मात्रा मिलाकर दें ठंड से बचाव होगा।
बुधवार से मौसम में होगा सुधार
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के वरीय वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल सत्तार बताते हैं कि हिमालय क्षेत्रों में काफी बर्फबारी हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण नमी की मात्रा वातावरण में ज्यादा है। पछुआ हवा के साथ इन कारण कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 14 से 16 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान छह से आठ डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। बुधवार दिन के बाद पुरबा हवा चलने से तापमान में बढ़ोतरी होगी एवं ठंड से राहत मिलने की संभावना है।