शाम्हो में लोकतंत्र के महापर्व पर मतदाताओं में उल्लास
: पंचायत चुनाव के चौथे चरण में बेगूसराय जिले के सर्वाधिक सुदूर शाम्हो अकहा कुरहा प्रखंड
: पंचायत चुनाव के चौथे चरण में बेगूसराय जिले के सर्वाधिक सुदूर शाम्हो अकहा कुरहा प्रखंड क्षेत्र की तीन पंचायतों के कुल 44 बूथों पर शुक्रवार को मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। मतदान को लेकर जिला प्रशासन ने संवेदनशील व अतिसंवदेनशील बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए 17 गश्ती दल, तीन सेक्टर दंडाधिकारी, दो जोनल दंडाधिकारी समेत घुड़सवार जवानों की तैनाती की थी। जिसका असर भी पंचायत चुनाव के दौरान दिखा। शाम तक हल्की-फुल्की नोंक-झोंक को छोड़ कर कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। हालांकि मतदान कर्मियों और स्थानीय प्रत्याशियों के पो¨लग एजेंट की मिलीभगत से बिना निर्वाचन पहचान पत्र एवं आवश्यक दस्तावेजों के भी मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व में जमकर हिस्सेदारी की। अधिकारियों के आने और दंडाधिकारियों की गश्ती के दौरान मतदानकर्मियों ने सख्ती दिखाई और पहचान प़त्र के बिना मतदान करने पहुंचे मतदाताओं को बैरंग लौटना पड़ा।
महिलाओं में दिखा उत्साह
चुनाव को लेकर अहले सुबह से ही मतदाताओं खासकर महिला मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया। अधिकांश बूथों पर दिन चढ़ने के पूर्व ही एक तिहाई मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था। जिससे दोपहर बाद सभी बूथों पर सन्नाटा छाया रहा। शाम्हो-अकहा-कुरहा प्रखंड के 23 भवन में कुल 44 मतदान केंद्र बनाए गए थे। जहां महिला-पुरूष मतदाताओं ने शांतिपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के दौरान तेघड़ा एसडीओ, तेघड़ा एसडीपीओ, शाम्हो बीडीओ, शाम्हो थानाध्यक्ष समेत अन्य दंडाधिकारी लगातार गश्ती करते रहे। शाम्हो के कल्याण ¨सह उच्च विद्यालय स्थित बूथ संख्या 28 पर लाइव बेवका¨स्टग की व्यवस्था की गई थी। वहीं मध्य विद्यालय शाम्हो के बूथ संख्या आठ को आदर्श बूथ घोषित किया गया था। जहां मतदाताओं की सुविधा के लिये टेंट, शीतल पेयजल, शौचालय, पंखे समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं बहाल की गई थी। दोपहर तक करीब 55 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह करीब नौ बजे झगड़ाहा स्थित बूथ पर अशांति की सूचना मिलने पर घुड़सवार दस्ते ने मौके पर पहुंच गश्ती कर शांति व्यवस्था कायम रखने में सफलता पाई। कई जगहों से बोगस वो¨टग की भी अफवाह व शिकायत आम रही। हालांकि बोगस वो¨टग की प्रशासनिक पुष्टि नहीं हुई। बावजूद इसके कई जगह जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ होती रही।
शाम्हो के अग्निपीड़ितों ने उत्साहपूर्वक किया मतदान
हाल के दिनों में भयंकर अगलगी झेलकर अपना सबकुछ गंवा चुके शाम्हो-अकहा-कुरहा के ¨बदटोली के सैकड़ों अग्निपीड़ितों में भी अच्छा जनप्रतिनिधि चुनने को लेकर उत्साह चरम पर रहा। आग की विभिषिका झेल चुके अधिकांश इलाकों के मतदान केंद्रों पर महिला-पुरूष मतदाताओं की भीड़ कतारबद्ध अपनी बारी का इंजतार करते रहे। कतार में लगे मतदाताओं ने बताया कि अगलगी ने उनका अनाज समेत घर बार राख कर दिया। अब आसरा सिर्फ अच्छे जनप्रतिनिधि का ही रह गया है जो उनके परिवार के भरण-पोषण में मददगार और सरकारी सहायता दिलाने वाला हो। ¨बदटोली में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति लोगों में गुस्सा दिखा। वहीं कई जगहों पर लोग सरकारी सहायता की आस तक छोड़ चुके हैं। ¨बदटोली के अग्नि पीड़ित भोला ¨वद, रामदेव ¨वद, मसोमात प्रेमनी देवी, हलखोरी ¨बद, रामईश्वर ¨वद, किरो ¨वद, राजा ¨वद, गांगू ¨वद, उमा ¨वद समेत अन्य ने बताया कि आगलगी के बाद प्रशासन ने अनाज और चंद रुपये देकर अपनी पीठ खुद थपथपा रही है। लेकिन स्थानीय प्रत्याशियों व जनप्रतिनिधियों की मदद से ही वे आज जीवन गुजारा कर रहे हैं। क्षेत्र के तिलाठी के अग्नि पीड़ितों की मनोदशा की तकरीबन एक जैसी ही रही।