पीएम मोदी के बचपन का संघर्ष देखेंगे जिलेवासी, लेंगे प्रेरणा
शिखर पुरुषों के व्यक्तित्व से बच्चों और युवाओं को प्रेरणा ग्रहण करने का मौका मिलता है।
बेगूसराय। शिखर पुरुषों के व्यक्तित्व से बच्चों और युवाओं को प्रेरणा ग्रहण करने का मौका मिलता है। किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व विकास में बचपन की घटनाओं और पारिवारिक परिवेश की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। जिसका अमिट छाप लोगों के संपूर्ण जीवन पर दिखता है। इसी सोच के तहत पीएम नरेन्द्र मोदी का बचपन जिन अभावों और गरीब पारिवारिक परिवेश में गुजारा है उन्ही घटनाओं पर आधारित टेलीफिल्म है चलो जीते हैं। इस टेली फिल्म का प्रदर्शन स्थानीय सिनेमा हॉल में किया जाएगा। टेली फिल्म के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि गरीबी और अभावग्रस्त बचपन को झेलने वाला एक अदना सा कार्यकर्ता भी किसी देश के सर्वोच्च राजनीतिक शिखर पर भी पहुंच सकता है बल्कि गरीबों, दलितों, मजदूरों व महिलाओं के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं के निर्माण व उसके कार्यान्वयन की द़ृष्टि भी विकसित कर सकता है। उक्त बातें भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक कुंदन कुमार ने शुक्रवार को कपस्या स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में कही। कुमार ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर रविवार को अलका सिनेमा हाल में सुबह 11 बजे से जिलावासियों के लिए मुफ्त में चलो जीते हैं टेली फिल्म दिखाई जाएगी। उक्त कार्यक्रम की सफलता के लिए कार्यक्रम प्रभारी श्री कुमार के साथ उनकी टीम तन्मयता के साथ लगी है। मौके पर क्रीड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सुमित सन्नी, उपाध्यक्ष अनिल भारती, मंत्री कुंदन भारती उपस्थित थे।