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Begusarai Firing: 22 जगहों के सीसीटीवी से हुई युवराज की पहचान, निशानदेही पर खुल गया पीली टी-शर्ट का राज

बेगूसराय के बछवाड़ा से चकिया तक की गई गोलीबारी मामले में एसपी योगेंद्र कुमार ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले के खुलासे का दावा किया है। हालांकि घटनाक्रम से जुड़े कई तथ्यों की जांच अब भी जारी है।

By manish kumarEdited By: Umesh KumarPublished: Fri, 16 Sep 2022 07:16 PM (IST)Updated: Sat, 17 Sep 2022 02:02 AM (IST)
Begusarai Firing: 22 जगहों के सीसीटीवी से हुई युवराज की पहचान, निशानदेही पर खुल गया पीली टी-शर्ट का राज
22 जगहों के सीसीटीवी से हुई युवराज की पहचान।

बेगूसराय, जेएनएन। बीते मंगलवार को बेगूसराय के बछवाड़ा से चकिया तक की गई गोलीबारी मामले में एसपी योगेंद्र कुमार ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले के खुलासे का दावा किया है। हालांकि घटनाक्रम से जुड़े कई तथ्यों की जांच अब भी जारी है। एसपी ने गोलीबारी का कारण दहशत पैदा करना बताया है।

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गोलीबारी में एक की मौत और 10 लोगों के घायल होने के बाद गठित चार विशेष अनुसंधान दल ने संबंधित क्षेत्र के 22 सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर सबसे पहले रिफाइनरी ओपी क्षेत्र के जैमरा निवासी राजीव सिंह उर्फ मिथुन सिंह के पुत्र युवराज सिंह उर्फ सोनू की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया। युवराज ने पुलिस पूछताछ में गोलीबारी में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बाइक पर पीछे बैठे बदमाश की पहचान बरौनी थाना क्षेत्र के हाजीपुर पीपरा वार्ड संख्या चार निवासी भोला चौधरी के पुत्र सुमित कुमार के रूप में की।

बरामद हुए हथियार

सुमित के घर की गई छापेमारी में युवराज द्वारा पहना गया पीले रंग का टी-शर्ट, दो देशी पिस्टल, आठ कारतूस व घटना में प्रयुक्त माेटरसाइकिल बरामद कर ली। पुलिस द्वारा जारी सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे दूसरे मोटरसाइकिल पर सवार दोनों युवक की पहचान का दावा एसपी ने किया है, लेकिन गिरफ्तारी होने तक नामों का खुलासा नहीं करने की बात कही गई है।

उक्त मामले में गिरफ्तार एफसीआइ ओपी क्षेत्र के बीहट खेमकरण टोला निवासी रामविनय सिंह के पुत्र केशव कुमार उर्फ नगवा और उसका ग्रामीण साथी परमानंद सिंह के पुत्र चुनचुन कुमार उर्फ सत्यजीत गोलीबारी में शामिल नहीं था, लेकिन मोबाइल सर्विलांस और तकनीकी जांच में दोनों लगातार गोलीबारी में शामिल बदमाशों से संपर्क में थे। चुनचुन उर्फ सत्यजीत की गिरफ्तारी होते ही केशव उर्फ नगवा झारखंड भागने की फिराक में लग गया। पुलिस की स्पेशल टीम ने जमुई जिले के झाझा स्टेशन से मौर्या एक्सप्रेस से गिरफ़्तार किया।

लाइनर और राजनीतिक संसर्ग की हो रही जांच 

एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के कई अन्य लाइनर हो सकते हैं। गोलीबारी में लाइनर की भूमिका व घटनाक्रम में राजनीतिक संसर्ग फिलहाल जांच का विषय है। आने वाले दिनों में लाइनर की भूमिका उजागर हो सकती है। वहीं राजनीतिक संसर्ग को लेकर पुलिस गिरफ्तार चारों बदमाशों के मोबाइल की जांच एफएसएल व आर्थिक अपराध इकाई से कराई जाएगी। बदमाशों के मोबाइल की जांच के बाद गोलीबारी का राजनीतिक समेत कई अन्य संसर्ग की जानकारी मिल सकती है।

युवराज व सुमित ने चलाई थी गोलियां 

एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि चंदन की हत्या व 10 लोगों को गोली मार कर घायल करने में युवराज व सुमित की भूमिका है। दोनों ने ही गोलियां चलाई थी। बाइक सवार चंदन पर गोली चलाने के सवाल पर एसपी ने कहा कि दोनों के पास से बरामद देशी पिस्टल से गोलियां दागी गई है। इसकी जांच पड़ताल की जा रही है।

युवराज को छोड़ अन्य तीनों हैं हिस्ट्रीशीटर 

गोलीबारी मामले में गिरफ्तार युवराज उर्फ सोनू को छोड़ कर बाकी तीनों बदमाशों को आपराधिक इतिहास मिला है। चुनचुन उर्फ सत्यजीत के खिलाफ बरौनी व तेघड़ा थाना में हत्या, लूट, रंगदारी के आधा दर्जन मामले पूर्व से हैं। सुमित के खिलाफ बरौनी थाना में आर्म्स एक्ट का मामला पूर्व से है। केशव उर्फ नगवा के खिलाफ बरौनी के एफसीआइ में आर्म्स एक्ट व गांजा तस्करी के मामले मिले हैं। तीनों पूर्व में दो साल जेल में रह चुका है, फिलहाल सभी जमानत पर है।


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