जीरोमाइल संयुक्त जांच केन्द्र पर वसूली करते 8 धराए
बेगूसराय। जीरोमाइल संयुक्त जांच केन्द्र अवैध वसूली का अड्डा बना हुआ है। जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद तैनात होमगार्ड जवानों व प्रतिनियुक्त पदाधिकारी अवैध वसूली करने में लगे हैं। होमगार्ड जवानों को वरीय पदाधिकारी और स्थानीय पुलिस- प्रशासन का डर बिलकुल नहीं है। अवैध वसूली की सूचना पर मंगलवार की देर रात एसपी अवकाश कुमार ने संयुक्त जांच केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एक्साइज विभाग के अधिकारी व सात होमगार्ड के जवानों को अवैध वसूली करते उन्होंने रंगेहाथ पकड़ लिया।
बेगूसराय। जीरोमाइल संयुक्त जांच केन्द्र अवैध वसूली का अड्डा बना हुआ है। जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद तैनात होमगार्ड जवानों व प्रतिनियुक्त पदाधिकारी अवैध वसूली करने में लगे हैं। होमगार्ड जवानों को वरीय पदाधिकारी और स्थानीय पुलिस- प्रशासन का डर बिलकुल नहीं है। अवैध वसूली की सूचना पर मंगलवार की देर रात एसपी अवकाश कुमार ने संयुक्त जांच केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एक्साइज विभाग के अधिकारी व सात होमगार्ड के जवानों को अवैध वसूली करते उन्होंने रंगेहाथ पकड़ लिया। इस दौरान होमगार्ड के जवानों के पास से अवैध वसूली की राशि बरामद की गई। मौके से दो होमगार्ड जवान फरार हो गये। एसपी ने सभी होमगार्ड जवानों व तैनात मजिस्ट्रेट को फटकार लगाई जिसके बाद जीरोमाइल ओपी प्रभारी सुनील कुमार सुमन ने सभी होमगार्ड जवानों का नाम-पता लिखकर कार्रवाई हेतु वरीय पदाधिकारी के पास भेजा। समाचार प्रेषण तक जिला प्रशासन के द्वारा अब तक कोई भी कारवाई नहीं हो सकी है। एसपी के निरीक्षण के बाद भी संयुक्त जांच केन्द्र पर अवैध वसूली जारी है। ओवरलोडेड वाहनों को रकम लेकर जांच केन्द्र से गुजारा जा रहा है। जांच केन्द्र पर ओवरलोड वाहनों को पास कराने के लिए दलालों की भीड़ जमा रहती है। दलाल जांच केन्द्र पर पहुंचाकर फिर इशारों में वाहन को जांच केन्द्र से गुजरवाते हैं। जिन वाहनों की से¨टग-गे¨टग नहीं हो पाती है, उन वाहनों को जब्त कर लिया जाता है। डीएम ने पहल कर खोला है केन्द्र : जिला पदाधिकारी राहुल कुमार ने राजेंद्र पुल की सुरक्षा के मद्देनजर जीरोमाइल में संयुक्त जांच केन्द्र खुलवाया ताकि राजेंद्र पुल के रास्ते आने वाले ओवरलोडेड वाहनों पर अंकुश लगाया जा सके और राज्य सरकार को राजस्व की वसूली हो। जांच केन्द्र खुलने के बाद कुछ दिन ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसा गया। इसके लिए यहां सीसीटीवी कैमरा लगाया गया। लेकिन समय के साथ यह केन्द्र दलालों का अड्डा बन गया और नजराना देकर वाहनों को गुजारा जाने लगा। इसके लिए यहां दलालों का बड़ा रैकेट काम कर रहा है।
राजेन्द्र पुल की सुरक्षा को बंद हो ओवरलोडेड वाहनों का परिचालन : राजेंद्र पुल की सुरक्षा को धता बताते हुए ओवरलोड वाहनों का परिचालन जारी है। अगर समय रहते ओवरलोड वाहनों के परिचालन पर रोक नहीं लगायी जाएगी तो वो दिन दूर नहीं है कि राजेंद्र पुल पर बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक नहीं लग जाए। रेलवे प्रशासन के द्वारा बार-बार कहा जा रहा है कि राजेंद्र पुल पर भारी वजनी वाहनों पर रोक लगाई जाए।