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आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना कर मांगी सुख शांति

बांका। अक्षय नवमी पर सोमवार को भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं ने भुआ दान किया। साथ ही अपने परिवार की मंगल कामना की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 10:15 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 10:15 PM (IST)
आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना कर मांगी सुख शांति
आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना कर मांगी सुख शांति

बांका। अक्षय नवमी पर सोमवार को भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं ने भुआ दान किया। साथ ही अपने परिवार की मंगल कामना की।

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बौंसी: ऐतिहासिक मधुसूदन मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान मधुसूदन की पूजा अर्चना की। मंदिर के मुख्य पुजारी उदयकांत झा एवं लक्ष्मण झा ने भगवान मधुसूदन का पंचामृत स्नान कराया गया। उसके बाद भगवान मधुसूदन को भोग लगाकर आरती उतारी गई। संध्याकालीन में भी पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन किया। इसके अलावा मंदार स्थित पापहरणी तालाब में अवस्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर, मंदार पर्वत पर नरसिंह मंदिर में प्रधान पुजारी पंडित भवेश झा द्वारा पूजा-अर्चना कराई गई। अक्षय नवमी को लेकर मंदार में भी श्रद्धालुओं का काफी संख्या में जुटान हुआ था। इधर, बुधवार को होने वाले देवोत्थान एकादशी के दिन लक्ष्मी नारायण मंदिर की 20वां स्थापना दिवस होगा। इसकी तैयारी की जा रही है।

चांदन: अक्षय नवमी के अवसर पर प्रखंड के कई गांवों में आंवला पेड़ के नीचे महिला ने पूजा अर्चना किया। चांदन मुख्यालय के शांतिपुर, पांडेडीह, नावाडीह, तिवारीटोला एवं अन्य कई वार्डो में पंडित की उपस्थिति व्रती महिलाओं ने कथा का श्रवण किया।

पंजवारा: जगह- जगह आंवला वृक्ष की पूजा अर्चना की गई। कई जगहों पर इस मौके पर ब्राह्माणों तथा जरूरतमंदों को भोजन कराया गया।

कटोरिया: कटोरिया के अलावा सूईया, आनंदपुर, जमदाहा, राधानगर, करझौंसा अन्य क्षेत्रों में सोमवार को अक्षय नवमी का पर्व धूम-धाम से मनाया गया। अक्षय नवमी के मौके पर आंवला वृक्ष की पूजा श्रद्धापूर्वक की गई। इस दौरान महिलाएं आंवला पेड़ की छाया में बैठ कर कथा श्रवण कर नियमपूर्वक पूजा-अर्चना की। इसके बाद पुरोहित को श्रृंगार सामग्री व कोहड़े में गुप्त दान भी किया। पूजा के बाद आंवला के फल या पत्ते को भी प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। मौके पर आचार्य दिलीप महाराज, ठाकुरबाड़ी पुजारी निताय बाबा, रेखा देवी, रीता देवी, बबली देवी, नीतू कुमारी, जानकी देवी, उषा रानी, मेनका देवी, साक्षी कुमारी, प्रिसी कुमारी, वर्षा कुमारी, अनीता देवी अन्य महिला श्रद्धालु मौजूद थे।


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