घटना के दूसरे दिन भी धोरैया अस्पताल में कामकाज ठप
बांका। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धोरैया के नियमित चिकित्सक डॉ. मनेश कुमार पोद्दार ने मारपीट के खिलाफ सिविल सर्जन को इस्तीफा दे दिया है।
बांका। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धोरैया के नियमित चिकित्सक डॉ. मनेश कुमार पोद्दार ने मारपीट के खिलाफ सिविल सर्जन को इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद वे अपने घर चले गए हैं। इस घटना के विरोध में शनिवार को भी धोरैया अस्पताल में कोई काम नहीं हुआ। इलाज और विभिन्न काम से वहां पहुंचे लोगों को इस कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। डॉ. मनेश के इस्तीफा के बाद बाद ढाई लाख की आबादी वाला धोरैया अस्पताल महज एक अनुबंध चिकित्सक डॉ. प्रेमराज बहादुर के भरोसे हो गया है। तीस सैया वाले इस अस्पताल में अब एक भी नियमित चिकित्सक नहीं रहे। घटना के बाद सभी अस्पताल कर्मियों में रोष है। जिससे शनिवार को चिकित्सक ने एक भी मरीज की चिकित्सा नहीं की। जिससे दूर दराज से आये मरीज डॉक्टर आने का इंतजार करते रहे। इसके पहले दो वर्ष पूर्व एक मरीज की मौत पर डॉ. प्रकाश कुमार की बेरहमी से पिटाई हुई थी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. श्यामसुन्दर दास को मोबाइल पर धमकी के बाद भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। नियम के मुताबिक अस्पताल में एक चिकित्सक की अधिकतम ड्यूटी आठ घंटे की हो सकती है। इस्तीफा के बाद एक चिकित्सक और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के भरोसे रह गया है। जबकि अस्पताल में हर दिन दो दर्जन से अधिक केवल प्रसव का मरीज भर्ती होता है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि बार बार इस तरह की घटना को अंजाम देना ठीक नहीं है। जबतक प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करती है चिकित्सक असुरक्षा में काम नहीं करेंगे। सिर्फ इमरजेंसी सेवा को चालू रखा गया है।