जर्जर सड़क से नाराज ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
बांका। सड़क की बदहाली पर आखिरकार क्षेत्रवासियों का गुस्सा फूट पड़ा।
बांका। सड़क की बदहाली पर आखिरकार क्षेत्रवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीण सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इतने से भी जब मन नहीं भरा तो गुस्साए लोगों ने बीच सड़क पर ही धान रोपाई कर पथ निर्माण विभाग के प्रति नाराजगी जताई।
ज्ञात हो कि रायपुरा बाजार चटमा गांव के प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पिछले चार दशक से मरम्मत की बाट जो रहा है। बगैर मरम्मत के सड़क गड्डे में तब्दील हो गया है। जिससे बरसात में जल जमाव पर लोगों का पैदल पांव भी चलना मुश्किल है। खासकर चटमा बाजार के दुर्गा व काली स्थान के समीप की सड़क सबसे बदतर हो गई है। इससे नाराज चटमा बाजार, रायपुरा, गढी कुर्मा, धरमपुर गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने रविवार को विरोध किया। इसके बाद बीच सड़क पर धान रोपाई कर गुस्से का इजहार किया। इस बाबत ग्रामीण अन्नू पांडेय, गुलशन कुमार, नितिश कुमार, सन्नी रजक, मंगल मंडल, शंभू साह, रूकमणि देवी, उर्मिला देवी, रंभा देवी, ललिता देवी सहित अन्य ने बताया कि रायपुरा मोड़ से शक्तिपीठ तिलडीहा मंदिर के रास्ते तारापुर जाने के लिए सबसे नजदीक और आसान मार्ग है। क्षेत्रवासियों की सुविधा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रशेखर ¨सह ने 1983 में उक्त सड़क निर्माण का रास्ता साफ किया था। उसके बाद करीब दो किलोमीटर तक मिट्टी भराई के साथ पत्थर भी बिछाया गया, लेकिन उसके बाद काम जस का तस है। ग्रामीणों ने बताया कि काफी प्रयास के बाद पांच वर्ष पूर्व फिर से सड़क मरम्मत का प्रस्ताव पारित हुआ था। जिसमें संवेदक ने दो टेलर बोल्डर गिराकर छोड़ दिया। नाराज लोगों ने बताया कि इसकी शिकायत कई बार संबंधित विभाग से की गई। लेकिन कोई असर नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को देखने आज तक कोई सांसद व विधायक नहीं आए। कहा कि यदि दशहरा मेला के पूर्व सड़क मरम्मत का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ तो आन्दोलन को तेज किया जाएगा।