नाबालिग सहेलियों को साथ रहने से मना किया, दोनों ने दे दी जान
दो नाबालिग सहेलियोें को आपस में प्यार हो गया और दोनों ने साथ जीने-मरने का फैसला किया। परिजनों ने जब दोनों के मिलने पर रोक लगायी तो दोनों ने एक साथ अात्महत्या कर ली।
बांका [जेएनएन]। छठी कक्षा में पढ़ने वाली दो सहेलियों की आपस में दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं और घर से भाग गईं लेकिन परिजनों ने दोनों को भागलपुर स्टेशन से दबोच लिया। घर लाने के बाद दोनों को मिलने पर पाबंदी लगा दी गई तो दोनों ने एक ही दुपट्टे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली।
दोनों सहेलियों ने सोमवार को दुपट्टे से लटककर खुदकशी कर ली है। मामला ककवारा स्थित विशुवाटांड़ गांव का है। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार विशेश्वर दास की पुत्री मनीषा (15) और राजेंद्र दास की पुत्री कंचन कुमारी (14) गोहकारा प्राथमिक विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ती थीं। इसी दौरान दोनों के बीच गहरी मित्रता हो गई। 15 फरवरी को दोनों सहेलियां मौके का फायदा उठाकर घर से भाग निकली थीं।
इसी दिन शाम में दोनों को भागलपुर स्टेशन से बरामद किया गया। घर आने के बाद परिजन ने दोनों के मिलने पर पाबंदी लगा दी थी। बावजूद, परिवार की नजर बचाकर दोनों मिल-जुल लेती थीं। रविवार देर रात को भी दोनों ने साथ ही खाना खाया और एक ही कमरे में बातचीत करती हुईं सो गईं।
इसके बाद सुबह दोनों की लाश पेड़ से दुपट्टे के सहारे लटकी हुई मिली। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों ने खुदकशी की है। थानाध्यक्ष राकेश रंजन ङ्क्षसह और एसआइ पवन कुमार ने मौके पर पहुंचकर मामले में आवश्यक पड़ताल की। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। बावजूद, पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।