गंदगी से पटा कांवरिया मार्ग
बांका। श्रावणी मेला का समापन अब होने ही वाला है। पथ के बाहरी सभी दुकानदार और स्वयंसेवी सगठन अपना अपना सामान समेट कर जाने की तैयारी में लग गए है।
बांका। श्रावणी मेला का समापन अब होने ही वाला है। पथ के बाहरी सभी दुकानदार और स्वयंसेवी सगठन अपना अपना सामान समेट कर जाने की तैयारी में लग गए है।
अपने अंतिम क्षण में कांवरिया पथ की गन्दगी का जबाब नहीं है। कांवरिया पथ पर बिना रुमाल रखे गुजरना मुश्किल है। कांवरिया पथ के अलावे पक्की सड़क के किनारे भी गन्दगी की भरमार है । जिससे कांवरिया पथ सहित आस-पास के गांव में भी गंदगी से ग्रामीण काफी परेशान हैं। लोग दूषित वातावरण में जीने को विवश । इससे गांव में डायरिया का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। यह स्थिति पूरे माह पथ के अगल-बगल कांवरिया द्वारा भोजन बनाने शौच जाने इत्यादि से यह गंदगी फैलती है। साथ ही दुकानों द्वारा अवशेष को या पत्तल और दोना को कांवरिया पथ के किनारे फेंकने से सभी जगह गंदगी का अंबार है । पक्की सड़क के जमुआ मोड़ ,देवासी, इनारावरन, हथगढ़ ,सुग्गासार ,हडखार ,गोड़ियारी ,पटनिया ,झाझा से दुम्मा तक वातावरण काफी दूषित हो चुका है।जबकि प्रखण्ड स्तर पर भी सफाई के लिए ट्रेक्टर की व्यवस्था की गयी थी।जो रात में सफाई का काम करता था।सबसे अधिक गन्दगी वैसे जगह पर होती है जहाँ रात को कांवरिया का ठ हराव होता है।