आस्था: कोई 35 तो कोई 40 साल से जा रहा बाबा नगरी
बांका। बाबा भोले के प्रति ऐसी आस्था है कि कोई 40 साल तो कोई 35 साल से बाबा की नगरी जा रहे है।
बांका। बाबा भोले के प्रति ऐसी आस्था है कि कोई 40 साल तो कोई 35 साल से बाबा की नगरी जा रहे है। खासकर सावन में ऐसे कांवरियों की बात ही निराली है। लगातार डाकबम जा रही कृष्णा बम आज बाबा की कृपा से सभी की पूजनीय हो गई है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं प्रत्येक सोमवारी और हर पूर्णिमा को गंगाधाम से पैदल बाबाधाम जाने वाले फलाहारी बाबा की। वे जमुई जिले के सोनो प्रखण्ड के रहने वाले है। इन्हें लोग फलाहारी बाबा के नाम से जानते है। उनकी उम्र 70 साल के करीब है। वे लगातार 35 वर्ष से यह यात्रा पूरी कर रहे है। वही दूसरी ओर दरभंगा जिला के कुशेश्वर स्थान निवासी वृद्ध अनिल दास की यात्रा भी अजूबा ही है। अनिल दास भी सालों भर प्रत्येक सोमवारी को बाबा को पैदल जाकर जल चढ़ाते है। साथ ही साथ बासुकीनाथ धाम भी देवघर से पैदल जाकर जलार्पन करते है। उनकी एक और विशेषता यह है की वे वहां से फिर पैदल ही वापस सुल्तांगज भी वापस आते है। इनके अनुसार इनका पूरा सप्ताह आने जाने में ही समाप्त हो जाता है। पूरे कांवरिया पथ पर इनकी पहचान हर दुकानदारों से है। जो इनकी खाने और सोने की व्यवस्था मुफ्त में करते हैं।